गाजीपुर SMO की जांच में अस्पताल का बोर्ड गायब, नहीं मिला कोई भी स्टाफ
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मजुई चौराहा पर गोविंद हास्पिटल में आपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में एडीशनल सीएमओ संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने जांच की।
इस दौरान वहां काफी अनियमितता मिली। टीम के पहुंचने से पहले ही साइन बोर्ड वगैरह हटाया जा चुका था। इससे टीम को अस्पताल खोजने में कुछ दिक्कतें हुईं। एक किराए के मकान के अंडर ग्राउंड में चलने वाले इस अस्पताल में टीम पहुंची तो वहीं ना तो कोई स्टाफ मिला और ना ही मरीज। सात बेड व दो चौकी खाली मिले।
टीम ने पूरी तरह से ओटी व वहां मौजूद दवाओं को देखा। इस दौरान एक डायरी टीम को हाथ लगी जिसपर भर्ती मरीजों के डिटेल जानकारी व रुपये के लेन-देन का हिसाब मिला। सब कुछ देखने के बाद टीम थाना पर आकर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार यादव से मिलकर प्रसूता की मौत के संबंध में की गई कार्रवाई की जानकारी ली।
थानाध्यक्ष प्रवीण यादव ने बताया कि अस्पताल संचालक हरेंद्र यादव के खिलाफ किसी ने तहरीर नहीं दी है तथा मृतका के चाचा ने लिखकर दिया है कि हम कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे। इसलिए संचालक को छोड़ दिया गया। टीम में सादात सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रामजी सिंह, वरिष्ठ फार्मासिस्ट ओमकार नाथ पांडेय सहित दो अन्य रहे। इसके अलावा टीम ने नगर के दो अन्य प्राइवेट चलने वाले अस्पताल की भी जांच की। सभी को डिप्टी सीएमओ ने अपने प्रमाणपत्रों के साथ जिला मुख्यालय बुलाया है।