मुख्तार के ठिकानों पर ED का छापा, गाजीपुर में अफजाल अंसारी के घर की तलाशी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जेल में बंद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के दिल्ली-लखनऊ और गाजीपुर के ठिकानों पर ED की 12 टीमों ने छापा मारा। मुख्तार अंसारी और उनके भाई बसपा सांसद अफजाल अंसारी के मुहम्मदाबाद स्थित आवास पर गुरुवार सुबह टीमें पहुंची। गांजीपुर में तीन करीबी व्यापारियों के यहां भी छापेमारी हुई है। दिल्ली और लखनऊ में भी कुछ ठिकानों पर ED की टीमें मौजूद हैं।
ज्वेलर्स, प्रॉपर्टी डीलर और ट्रेवल्स वालों के यहां भी पड़ा छापा
ED की टीम ने गाजीपुर के मिश्रबाजार, टाउन हाल के सराय गली, रौजा और मुहम्मदाबाद में छापेमारी की है। मिश्र बाजार में ज्वेलर्स विक्रम अग्रहरी, टाउन हाल के सराय गली के खान ट्रेवल्स संचालक मुश्ताक खां, रौजा में प्रॉपर्टी डीलर गणेश दत्त मिश्रा के यहां तलाशी ली गई। कार्रवाई जारी है।
सुबह साढ़े 6 बजे CRPF टीम ने आवास को घेरा
गाजीपुर में ED गुरुवार सुबह साढ़े 6 बजे मुख्तार अंसारी के पैतृक आवास पहुंची। पैतृक आवास मुहम्मदाबाद के दर्जी टोला में है। इसे 'फाटक' के नाम से जानते हैं। ED अपने साथ CRPF की एक टुकड़ी भी लाई थी। घर के भीतर मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी मौजूद हैं। हर साल 18 अगस्त को मुहम्मदाबाद में एक साथ शहीद हुए अष्ट शहीदों की स्मृति में शहादत दिवस मनाया जाता है।
इसी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मुख्तार मुहम्मदाबाद के विधायक सुहेब अंसारी पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही उन्हें ED के रेड का पता चला, उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया। ED ने किसी को भी घर से बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी है। गेट पर खड़े CRPF जवान बाहर से किसी को घर में घुसने नहीं दे रहे हैं।
अंसारी भाइयों के करीबी व्यापारी भी ED के राडार पर
ज्वेलर्स विक्रम अग्रहरि: गाजीपुर में यह बड़े ज्वेलर्स हैं। इनका नाम मुख्तार अंसारी के करीबियों में गिना जाता है। अंसारी बंधुओ की कौमी एकता दल से गाजीपुर नगर पालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, वह हार गए थे। इनके ऊपर पहली बार ED की कार्रवाई हुई है।
प्रॉपर्टी डीलर गणेश दत्त मिश्रा: बड़े प्रॉपर्टी डीलर हैं। गाजीपुर से लखनऊ तक व्यापार है। बताया जाता है कि मुख्तार के प्रॉपर्टी डीलिंग का काम यही संभालते थे। इससे पहले बीते साल गाजीपुर में इनका चार फ्लोर का मकान ध्वस्त किया जा चुका है। मऊ में भी इनके मकान की कुर्की हो चुकी है।
ट्रेवल्स मालिक मुश्ताक खां: गाजीपुर में खान ट्रेवल्स के नाम से मुश्ताक खां की कई बसें चलती हैं। इनकी बसें गाजीपुर लोकल से लेकर कई शहरों तक आती-जाती है। यह भी मुख्तार के करीबियों में आते हैं। इन पर पहली बार कार्रवाई हुई है।
लखनऊ में मार्च 2021 मुख्तार के खिलाफ दर्ज हुआ था मनी लांड्रिंग का केस
मुख्तार अंसारी के खिलाफ मार्च 2021 में मनी लांड्रिंग का मामला लखनऊ में दर्ज किया गया था। आरोप है कि मुख्तार ने 2020 में जाली दस्तावेज तैयार कर सरकारी जमीन पर कब्जा किया था। इसके अलावा लखनऊ में धोखाधड़ी से संपत्ति हासिल करने और धोखाधड़ी कर विधायक निधि निकालने का मुकदमा दर्ज है। इन्हीं तीन आरोपों के आधार पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया था।
अफजाल अंसारी से दस घंटे तक हो चुकी है पूछताछ
इस केस में मुख्तार के परिवार के लगभग लोगों से पूछताछ हो चुकी है। कई नोटिसों के बाद बेटे अब्बास अंसारी, उमर अंसारी और बड़े भाई सिगबतुल्लाह अंसारी से भी पूछताछ हो चुकी है। इसी साल मई में अफजाल अंसारी से प्रयागराज के रीजनल ऑफिस में दस घंटे तक पूछताछ हुई थी।
मुख्तार अंसारी की अब तक 350 करोड़ की संपत्ति जब्त
मुख्तार अंसारी पुलिस के दस्तावेजों में IS-191 के नाम से दर्ज है। मुख्तार की हिस्ट्रीशीट इसी नाम से है। इसमें मुख्तार के अलावा उसके गुर्गे भी शामिल हैं। बीते दो साल में मुख्तार और उसके गैंग के सदस्यों की लगभग 350 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति पर सरकार कार्रवाई कर चुकी है।
अंसारी परिवार की ओर से गाजीपुर जिला मुख्यालय पर अर्जित की गई पहली प्रॉपर्टी, गजल होटल पर 2020 योगी सरकार ने बुलडोजर चलवाया था। यह होटल कभी भी व्यवसायिक ऊंचाई नहीं हासिल कर पाया। इसकी मुख्य वजह इस होटल का नाम अंसारियो के साथ जुड़ना बताया जाता है।
अंसारी परिवार ने इस होटल को अपने सेंट्रल इलेक्शन ऑफिस के तौर पर इस्तेमाल 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान किया था। इस चुनाव में अफजाल अंसारी ने बीएसपी के सिंबल पर चुनाव लड़ा था और समाजवादी पार्टी के राधे मोहन सिंह ने उन्हें हरा दिया था।