खबरों में गाजीपुर का बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, CDPO की व्हाट्सएप चैटिंग आई सामने
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में इन दिनों बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग सुर्खियों में है। प्रभारी सीडीपीओ द्वारा विभागीय कर्मचारी की शादी के नाम पर आंगनबाड़ियों से दाल और तेल की मांग विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप में किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसका स्क्रीनशॉट इन दिनों सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसे लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जिलाधिकारी से मिलकर मामले में कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र भी सौंपा है। यह व्हाट्सएप चैटिंग अप्रैल महीने की बताई जा रही है।
आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिये कुपोषित बच्चों के साथ ही गर्भवती व धात्री के लिए पुष्टाहार का वितरण किया जाता है। लेकिन इस परियोजना का एक व्हाट्सएप ग्रुप का स्क्रीनशॉट इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें यहां के सीडीपीओ सोना सिंह के द्वारा विभाग के ही एक बाबू अभिनव के शादी के नाम पर सभी आंगनबाड़ियों से दो किलो दाल और 2 किलो रिफाइंड तेल की मांग की गई है। उसमें लिखा गया है कि आपकी थोड़ी सी मदद से एक बेचारे की शादी सकुशल संपन्न हो जाएगी।
भ्रष्टाचार के लिए टॉर्चर किये जाने का आरोप
यह शादी अप्रैल 2022 में थी। इसके अलावा सीडीपीओ सोना सिंह के द्वारा आंगनबाड़ियों को लगातार इसी तरह के भ्रष्टाचार के लिए टॉर्चर किये जाने का आरोप है। जिसको लेकर आगनबाडी कार्यकर्ता जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत पत्र सौंपा है और सीडीपीओ को तत्काल इस परियोजना से हटाए जाने की मांग किया है।
खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई
जब बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में कार्यरत लिपिक अभिनव से बात की गई कि उनकी शादी में कितने किलो दाल और कितने किलो तेल प्राप्त हुआ, तो उन्होंने बताया कि इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। जब यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तब उन्हें जानकारी हुई कि उनकी शादी के नाम पर इस तरह की वसूली की गई है।
अधिकारी ने विभागीय जांच कराई
जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कि इस मामले की जानकारी उन्हें भी हुई है। उन्होंने विभागीय जांच कराई है। विभागीय जांच में सीडीपीओ सोना सिंह प्रथम दृष्टया दोषी पाई गई है। अब उन्हें उनके मूल पद मुख्य सेविका के पद पर करने के लिए कार्रवाई चल रही है।