अनुपमा की बेटी पाखी ने कहीं ये 5 कड़वी बातें, कोई मां अपने बच्चों से नहीं सुनना चाहेगी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नईदिल्ली. टीवी शो 'अनुपमा' के हालिया एपिसोड्स में जो कुछ दिखाया गया उसे देखकर हर दर्शक की आंखें भर आईं। अनुपमा को उसी के बच्चों ने बेइज्जत किया और घर से निकाल दिया। तोषू, बा और वनराज ने तो अनुपमा से चुभने वाली बातें बोली हीं, लेकिन वनराज के नक्शेकदम पर चल रही उसकी बेटी पाखी तो सारी हदें पार कर गई। चलिए जानते हैं पाखी ने ऐसी क्या बातें अनुपमा से कहीं जो रियल लाइफ में कोई भी मां अपने बच्चों से नहीं सुनना चाहेगी।
अपने बॉयफ्रेंड अधिक और उसकी बहन के दिए महंगे तोहफे पाखी के सिर चढ़कर बोले। उसे अनुपमा का कपाड़िया हाउस से जाने को कहना इतना बुरा लगा कि अनुपमा जब शाह निवास आई तो उसने सारी हदें पार कर दीं।
'आपके लिए इस घर में कोई जगह नहीं'
अनुपमा जब अपनी छोटी बेटी को लेकर शाह निवास पहुंची तो पाखी ने अपनी मां से कहा, 'आप और आपकी लाडली बेटी के लिए मेरे घर में कोई जगह नहीं है।' पाखी अनुपमा के रास्ते में खड़ी हो गई और उससे जमकर बदतमीजी की।
'ये मां-वां की नौटंकी बंद करो यार'
जब अनुपमा ने उससे कहा कि मैं तेरी मां हूं स्वीटी। तो पाखी कहा, 'ये मां-वा की नौटंकी बंद करो यार। आप मां नहीं मां के नाम पर कलंक हो कलंक।'
'कपाड़िया बनते ही आप में घमंड आ गया'
शो में कई बार दिखाया जा चुका है कि पाखी अपनी मां पर नहीं बल्कि वनराज शाह पर गई है। पाखी ने हालिया एपिसोड में इतनी बदतमीजी की कि अपनी मां पर घमंडी होने का आरोप लगा दिया और कहा, 'जब तक आपके पास कुछ नहीं था तब तक आप परफेक्ट मां, परफेक्ट सास, परफेक्ट बहू सब कुछ थीं। लेकिन कपाड़िया बनते ही आपमें घमंड आ गया है।'
अनुज कपाड़िया को कह डाला जोरू का गुलाम
बॉयफ्रेंड के घर से निकाले जाने और महंगे गिफ्ट वापस करवाने का गुस्सा पाखी में इतना ज्यादा था कि वह ये तक भूल गई कि अनुपमा ने आज तक उसके लिए क्या कुछ नहीं किया। ये ये तक भूल गई कि वो उसकी मां है। अनुपमा से पाखी ने कहा, 'यहां पर पापा आपको भाव ही नहीं देते थे और वहां पर अनुज जोरू का गुलाम बनकर आपके आगे-पीछे घूमता रहता है।'
अनुपमा की हैसियत पर उठाया था सवाल
कपाड़िया हाउस में जब अनुपमा ने अपनी बेटी पाखी को ये समझाने की कोशिश की कि तोहफे उतने ही महंगे लिए जाते हैं जितने वापिस देने की हम में हैसियत हो। तो जवाब में पाखी ने अपनी मां से पूछा कि जब आपने अनुज कपाड़िया से महंगा हार लिया था तब क्या आपकी हैसियत थी वैसा तोहफा उसे वापस देने की?