मुर्गी पालन आप शुरू करें, ब्याज भरेगी सरकार, योजना का फायदा उठाकर आप भी बनें आत्मनिर्भर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. मुर्गी पालन करना चाहते हैं। पर्याप्त धन भी नहीं हैं, तो परेशान मत होइए। शासन स्तर से 30 हजार व 10 हजार चूजों की क्षमता वाले पोल्ट्री फार्म संचालित करने के लिए ऋण दिया जाएगा। अहम यह कि ऋण की धनराशि पर आने वाले ब्याज की अदायगी सरकार की ओर से की जाएगी।
लाभार्थी का फार्म जब चल जाएगा तो ऋण के मूलधन को पांच वर्ष के अंदर लाभार्थी को किस्तवार जमा करना होगा। लाभार्थी की ओर से जैसे-जैसे मूलधन की अदायगी की जाएगी, ब्याज की धनराशि को विभाग की ओर से जमा कराया जाता रहेगा। कुक्कुट रेयर फार्म योजना के तहत पोल्ट्री फार्म में तैयार होने वाली मुर्गी (मांस व अंडा) उत्पादन से जहां संचालक की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, तो वह कई अन्य युवाओं को रोजगार मुहैया होगा।
30 हजार बच्चों (चूजों) की क्षमता वाले पोल्ट्री फार्म तैयार करने में 1.80 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें 70 फीसद धनराशि यानी 1.26 करोड़ रुपये ऋण मुहैया कराया जाएगा। 54 लाख रुपये लाभार्थी को लगाना होगा। इसी तरह 10 हजार चूजों की क्षमता वाले फार्म को तैयार करने 70 लाख रुपये खर्च होंगे। 49 लाख रुपये ऋण मिलेगा जबकि 21 लाख लाभार्थी को लगाना होगा। पांच वर्ष में ब्याज के मूलधन की अदायगी लाभार्थी को करनी होगी। इस अवधि में अदायगी पर ब्याज के पूरे धनराशि की अदायगी शासन की ओर से की जाएगी। पांच वर्ष में मूलधन न जमा करने पर ब्याज की भी अदायगी लाभार्थी को करनी होगी।
मुर्गी पालन विभाग अंतर्गत योजना संचालित है। विभाग की ओर से आवेदन लेने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जो भी पोल्ट्री फार्म लगाना चाहते हैं आवेदन कर सकते हैं। विभाग की ओर से फार्म संचालन में लाभार्थी का पूरा सहयोग भी किया जाएगा। - मुख्य पशु चिकित्साधिकारी