गंगा में प्रति घंटा तीन सेंटीमीटर बढ़ रहा जलस्तर, झमाझम बरसात ने बढ़ाया बाढ़ का खतरा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पहाड़ों पर बीते माह से ही जारी भारी बर्फबारी और बरसात के साथ ही समय से पूर्व पहाड़ों पर पहुंचा सक्रिय मानसून लगातार बारिश करा रहा है। एक जुलाई से पहाड़ों पर गंगा में राफि्टंग पर भी तेज धारा की वजह से दो माह के लिए रोक लग गई है। वहीं मैदानी इलाकों में भी लगातार हो रही बरसात की वजह से नदियों का रुख धीरे धीरे तल्खी की ओर बढ़ता जा रहा है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख और भी चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है।
गंगा नदी के मैदानी इलाकों में आने के बाद भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य उत्तर प्रदेश लगातार हो रही मानसूनी बारिश की वजह से पानी नदी में जा रहा है। इसकी वजह से नदी के बढ़ाव की गति में तेजी आई है। नदियों का जलस्तर बढ़ने की वजह से सहायक नदियों का पानी भी गंगा के जलस्तर को ऊंचा कर रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि सावन माह के आने के साथ ही गंगा का जलस्तर चिंताजनक स्तर पर पहुंचने को बेताब होगा। मौसम विज्ञानियों ने भी जुलाई माह में सर्वाधिक बारिश के संकेत दिए हैं। ऐसे में लगातार हो रही बरसात की वजह से भी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।
वाराणसी में बढ़ी चिंता: पूर्व में भी गंगा का वरुणा में पलट प्रवाह के अलावा नालों के जरिए गंगा का पानी तटवर्ती इलाकों में बाढ़ लेकर आता रहा है। ऐसे में इस बार मानसून की अति सक्रियता का यही रुख बना रहा तो वाराणसी में वरुणा के तटवर्ती इलाकों के अलावा लंका क्षेत्र के पास नई बस रही गंगा किनारे की कालोनियों में गंगा नदी का पानी दोबारा प्रवेश कर सकता है।
केंद्रीय जल आयोग गायघाट केंद्र के अनुसार रविवार के दिन गंगा नदी का जलस्तर सुबह आठ बजे 49.91 मीटर दर्ज किया गया। गंगा प्रति घंटा तीन सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ाव पर हैं।