शिक्षकों की लापरवाही से कमरे में बंद हो गया छात्र, ताला तोड़कर बाहर निकाला गया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. बलिया जिले के प्राथमिक पाठशाला सुखपुरा प्रथम के शिक्षकों की गंभीर लापरवाही सामने आई है। गुरुवार को एक बच्चे को कमरे में बंद कर पूरा स्टाफ घर चला गया। बच्चे की रोने की आवाज सुन स्थानीय लोगों ने दो ढाई घंटे बाद कमरे का ताला तोड़ा और बच्चे को बाहर निकाला। सुखपुरा कस्बे के बाबा पोखरा निवासी रमेश राजभर का पुत्र आदित्य व पुत्री पिंकी कक्षा एक व दो में पढ़ते हैं।
परिजनों के अनुसार गुरुवार को दोनों बच्चे विद्यालय आए थे और अपनी कक्षा में बैठ गए। कक्षा एक के छात्र आदित्य की किसी समय नींद लग गई और वह बेंच पर सो गया। छात्रों की छुट्टी हो गई तो उसकी बहन पिंकी भी घर चली गई। बिना कमरों के अंदर देखे कमरे का ताला बंद कर दिया गया। पूरा स्टाफ अपने घर चला गया। आदित्य की जब नींद खुली तो अपने को कमरे में बंद पाकर वह रोने लगा। लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी और कमरे का ताला तोड़ा गया। करीब ढाई बजे बच्चे को बाहर निकाला गया। प्रधानाध्यापक उर्मिला देवी ने बताया कि प्रतिदिन तलाशी के बाद ही कमरों में ताला लगाया जाता है। बच्चा बैग रखने वाले बेंच पर सो गया था, जिससे उस पर किसी की नजर नहीं पड़ी। भविष्य में सतर्कता बरती जायेगी।
वहीं रात में बच्चे के रोने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने ताला तोड़कर बच्चे को क्लास से बाहर निकाला। इस दौरान परिसर में काफी गहमागहमी बनी रही। वहीं जानकारी मिलने के बाद एसडीआइ ने शिक्षकों को लापरवाही पर फटकार लगाई है। इस बाबत उन्होंने शिकायत उच्चाधिकारियों को करने के लिए भी निर्देशित किया है। वहीं इस घटना से अभिभावक भी आक्रोशित हैं।
शुक्रवार को उस विद्यालय का निरीक्षण किया गया है, लापरवाही पाए जाने पर शिक्षकों से जवाब तलब भी किया गया है। वहीं दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी।- हिमांशु मिश्र, खंड शिक्षा अधिकारी, बेरुआरबारी।