Today Breaking News

कुपोषितों को पोषण की ओर ले जाएगा संभव अभियान - Ghazipur News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जनपद में संभव अभियान के क्रियान्वयन को लेकर डीएम एमपी सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को बैठक हुई। इसमें अभियान संचालन को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुए डीएम ने डीपीओ दिलीप कुमार पाण्डेय को दिशा निर्देशित किया। जिलाधिकारी एमपी सिंह ने कहा कि बच्चों के बेहतर भविष्य और अधिक समृद्ध समाज के लिए पोषण अत्यन्त आवश्यक है। शिशु व बाल मृत्यु में वृद्धि का एक प्रमुख कारण मातृ एवं शिशु कुपोषण है। शासन की ओर से कुपोषण से मुक्त करने के लिए लगातार विभाग की ओर से अभियान चलाया जा रहा है।

डीएम ने कहा कि कुपोषण की रोकथाम में सबसे बड़ी चुनौती समाज, परिवार एवं व्यक्ति के स्तर पर पोषण सम्बन्धी मौजूदा व्यवहारों, धारणाओं, मिथकों में परिवर्तन लाना है। इसी के तहत नवाचार के रूप में ‘संभव' अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत विशेष रूप से सैम एवं मैम से ग्रसित बच्चों का सही चिंहाकन, उपचार प्रबंधन, सामुदायिक स्तर पर उनके प्रबन्धन के साथ-साथ कुपोषण की रोकथाम के लिए सामुदायिक व्यवहार के परिवर्तन पर जोर दिया गया। 

गाजीपुर में यह अभियान अब 30 सितंबर तक चलेगा। अभियान में कुपोषित (सैम, मैम, गम्भीर अल्प वजन एवं लो बर्थ वेट बच्चों के चिन्हांकन, संर्दभन, उपचार एवं प्रबंधन के साथ-साथ कुपोषण से बचाव के लिए भी सामुदायिक गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इस अभियान को तीन मुख्य मासिक थीम एवं साप्ताहिक थीम पर विभाजित किया गया है। उन्होंने स्वास्थ्य, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, शिक्षा, खाद्य एवं रसद, पशुपालन, उद्यान एवं आयुष विभाग के उत्तरदायित्वों को भी बताया।

उन्होंने कहा कि अधिकारी ‘संभव‘ अभियान के तहत सौपे गए दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पाण्डेय ने बताया कि ‘संभव‘ अभियान के तहत माह जुलाई को स्तनपान पर विविध गतिविधियां आयोजित की जाएगी। इसमें प्रथम सप्ताह में गर्भावस्था के व आखिरी त्रैमास में स्तनपान प्रोत्साहन, दूसरा सप्ताह जन्म के समय कम वजन वाले बच्चे की देखभाल, तीसरे सप्ताह कंगारू मदर केयर, चौथा सप्ताह स्तनपान तकनीक जुड़ाव की स्थिति के लिए अभियान चलाया जाएगा। 

वहीं माह अगस्त में ऊपरी आहार की विविध गतिविधियां आयोजित की जाएगी। इसमें पहली सप्ताह सही समय पर शुरुआत, दूसरी सप्ताह सही समय पर सही आहार, तीसरे सप्ताह भोजन की मात्रा एवं विविधता, चौथे सप्ताह बीमार बच्चे का भोजन को जानकारी दी जाएगी। माह सितंबर में पोषण माह गतिविधियां आयोजित की जाएगी।

इसमें प्रथम सप्ताह में दस्त से बचाव एवं प्रबंधन, दूसरे सप्ताह में साफ सफाई स्वच्छता एवं पोषण का महत्व, तीसरे सप्ताह में छोटे बच्चों में एनीमिया व अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों का आच्छादन, चतुर्थ सप्ताह में वजन सप्ताह मनाया जाएगा।

पोषण ट्रैक पर अपलोड़ करना अनिवार्य

जिलाधिकारी एमपी सिंह ने बताया कि संभव अभियान से पूर्व सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 25 से 30 जून के बीच लिये गये वजन एवं ऊंचाई को लिपिबद्ध करते हुए इसकी फीडिंग पोषण ट्रैकर एप पर करना अनिवार्य है। इसके लिए ब्लाक व जिला स्तर पर नियमित पर्यवेक्षण व अनुश्रवण भी किया जाना चाहिए। कार्य में शिथिलता बरतने वाले सीडीपीओ सहित संबंधित पर कठोर कार्रवाई भी की जाएगी।

मासिक थीम पर पोषण पाठशाला का आयोजन

‘सम्भव‘ अभियान की मासिक थीम पर विषय विशेषज्ञों की ओर से आवश्यक परामर्श के लिए पोषण पाठशाला का आयोजन कचहरी स्थित एनआईसी से वीडियो कान्फ्रेन्सिंग से किया जाएगा। जिससे वेबकास्ट के माध्यम से लाभार्थी एवं अभिभावक, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपस्थित होकर पोषण सम्बन्धी जानकारी प्राप्त कर सकते है।

अगस्त माह में पोषण चौपाल का आयोजन

कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों के माता पिता को बुलाकर चौपाल लगायी जाएगी। वहीं उनसे संसाधनों की आवश्यकता के बारे में भी पूछा जाएगा। इस दौरान पोषण वाटिका, शौचालय, पशुपालन, राशन कार्ड, जॉब कार्ड आदि पर भी चर्चा की जाएगी। इसमें विभिन्न कंवर्जेंस विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर हर संभव आवश्यक सेवाएं सहित सहायता दी जाएगी।

सुपोषण दिवस का पोषण उत्सव रूप में आयोजन

सितंबर माह में आंगनबाडी कार्यकत्री लाभार्थियों को पोषाहार वितरण करने के साथ हीं ग्राम प्रधान के साथ मिलकर अपने गांव में जन्म के समय कम वजन, सैम व गंभीर अल्पवजन बच्चों व कुपोषित सभी बच्चों के परिवारों विशेषकर पिता के साथ पोषण उत्सव मनाया जायेगा। बच्चों के पोषण को उनके स्वास्थ्य व शिक्षा से जोड़ते हुये बच्चों के अभिभावकों को विशेष रूप से शिक्षित किया जाएगा।

पोषण पंचायत का आयोजन

पोषण पंचायत का आयोजन करने के लिए ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समिति के सदस्यों व समुदाय के चयनित लोगों को आमंत्रित करते हुये उन्हें पोषण देखभाल, साफ-सफाई संबंधी व्यवहार तथा कुपोषण के कारकों पर चर्चा की जायेगी। बैठक में ग्राम प्रधान व समिति के सदस्यों के साथ-साथ स्कूल के शिक्षक-शिक्षिका, आशा व एएनएम को भी आमंत्रित किया जाएगा। बैठक में कुपोषण का बच्चों की सीखने की क्षमता, स्वास्थ्य पर प्रभाव आदि विषयों पर चर्चा की जायेगी। सितम्बर माह में पोषण माह की थीम पर चर्चा होंगी।

घर-घर आशा करेंगी भ्रमण

जुलाई माह में सभी आखिरी त्रैमास की गर्भवती महिलाओं व 0-6 माह के बच्चों के घर आशा के साथ संयुक्त रूप से भ्रमण करेंगी। इसके साथ हीं विभिन्न साप्ताहिक थीम जैसे- स्तनपान की सही समय पर शुरूआत, कम वजन के बच्चों की देखभाल कंगारू मदर केयर पर चर्चा की जायेगी। अगस्त माह में 6 माह से 2 वर्ष के बच्चों के घर आंगनबाड़ी कार्यकत्री भ्रमण करेंगी। इस दौरान स्वास्थ्य स्तर की जानकारी, ऊपरी आहार व स्तनपान संबंधी जानकारी, पोषण स्तर का आंकलन करते हुये परामर्श दिया जायेगा। बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व अरूण कुमार सिंह, डीएफओ, पीडीडी, आरडीए सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

'