गुरु पूर्णिमा पर मठ और आश्रमों में उत्सव की तैयारी - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गुरु और शिष्य के अटूट संबंधों का प्रतीक गुरुपूर्णिमा का पर्व जनपद में बुधवार को पूरी आस्था और निष्ठा के साथ मनाया जाएगा। आश्रमों, मठों तथा गुरु स्थानों पर बड़ी संख्या में दर्शनार्थियों की भीड़ जुटेगी। मठ, मंदिर और आश्रमों में भजन-कीर्तन और गुरु महत्ता पर चर्चा के साथ संतों का प्रवचन भी होगा। आश्रमों की ओर से दीक्षा कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। मंगलवार को गुरू पूर्णिमा के चलते मठों में खूब चहल-पहल बनी रही और भक्तगण तैयारियों को अंतिम रूप देते रहे।
बुधवार को गाजीपुर के हथियाराम मठ पर गुरुपूजा धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके अलावा भुडकुड़ा मठ, मौनी बाबा आश्रम करंडा, गंगादास बाबा आश्रम बयेपुर देवकली, युशजी महाराज आश्रम सोनहरिया, जय गुरुदेव बाबा के सहेड़ी स्थित आश्रम देवकली के चकेरी धाम पर महंथ संत त्रिवेणी दास के तत्वाधान में गुरुपूर्णिमा समारोह पूर्वक मनाया जाएगा। दिव्य लोक आश्रम तुलसीपुर (करण्डा) में संत शिवपूजन दास के तत्वावधान में गुरु पूजन होगा। देवचंदपुर, फूलवारी, आगापुर, देवकली, कबीरपंथी मठ, धुवार्जुन आदि स्थानों गुरुपूर्णिमा समारोह मनाया जाएगा।
इस अवसर पर पूजन, हवन, गुरु वंदना, कीर्तन, भजन सहित अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं। इसके अलावा दिलदारनगर के अघोर सेवा मंडल द्वारा संचालित गिरनार आश्रम, सैदपुर नगर के रामलीला रंगमंच परिसर में अखिल भारतीय शांति कुंज गायत्री परिवार में दीक्षा कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में भक्त भाग लेंगे। अघोर पीठ मुडियार में बाबा धर्म रक्षित राम, बारह रूप मंदिर परिसर में संत ज्ञान दास के संयोजन में गुरु पूर्णिमा का आयोजन होगा। सभी आश्रमों, मंदिर और मठों में मंगलवार को रंगरोगन, साफ सफाई के अलावा सजावट होती रही।
गौरतलब है कि पिछले दो साल कोरोना महामारी के चलते गुरु पूर्णिमा पर्व पर शिष्यों ने अपने घरों में रहकर प्रतीक स्वरुप ऑनलाइन ही गुरु पूजन कर आशीर्वाद लिया था, लेकिन इस बार गुरुपूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाए जाने की तैयारी की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार शिष्यों की भारी भीड़ गुरु पूजन के लिए गुरु स्थानों तक पहुंचेगी।
तस्मैय श्री गुरुवे नमः से आज गूंजेगा मठ-आश्रम
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सिद्धपीठ हथियाराम मठ, भुड़कुड़ा मठ और पलिवार मठ में पारम्परिक तरीके से कार्यक्रम का आयोजन होगा। सिद्धपीठ हथियाराम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव के साथ ही महामण्डलेश्वर स्वामी भवानीनन्दन यति के 27वें चातुर्मास महायज्ञ का भी शुभारंभ होगा। यह महायज्ञ श्रावण प्रतिपदा से आरम्भ होकर भाद्रपद पूर्णिमा तक चलेगा। गुरु पूर्णिमा की बेला पर सिद्धपीठ पर देश के कोने-कोने से पहुंचने वाले शिष्य श्रद्धालु सदगुरू का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। सिद्धपीठ हथियाराम के पीठाधीश्वर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति द्वारा अपने गुरु महाराज के साथ ही सिद्धपीठ के ब्रह्मलीन संत महात्माओं का पूजन अर्चन किया जाएगा। उधर सतनामी परम्परा के सिद्धपीठ भुड़कुड़ा मठ के महंत शत्रुघ्न दास द्वारा जहां पीठ में स्थित सिद्ध संतों की समाधि पर पूजन अर्चन किया जाएगा, वहीं शिष्य श्रद्धालु उनका पूजन अर्चन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
हरिकीर्तन के समापन पर आज होगा भंडारा
बहरियाबाद के विद्यमान पलिवार मठ पर महंत स्वामी परमानन्द महाराज के साथ ही आदिगुरु भगवान शिव की पूजा वंदना की जाएगी। इसे लेकर रंग रोगन व साफ सफाई आदि तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पलिवार मठ पर महंत स्वामी परमानन्द महाराज के सानिध्य में मंगलवार की सुबह हरिकीर्तन आरम्भ हुआ। इसका समापन गुरु पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार की सुबह होगा। इसके उपरांत गुरु पूजा व वृहद भंडारा का आयोजन होगा।
गजानन की पूजा से शुरू होगा चातुर्मास महायज्ञ
पवाहारी सिद्ध योगी परशुराम यति की 750 वर्ष प्राचीन साधना स्थली सिद्धपीठ हथियाराम मठ में स्थापित मां भगवती के 108 अवतारों में से एक बुढ़िया माई एवं देवाधिदेव भगवान शिव के अनन्य उपासक पीठाधिपति महामण्डलेश्वर स्वामी भवानीनन्दन यति के 27वें चातुर्मास महायज्ञ का शुभारंभ श्रावण प्रतिपदा को सिद्धिविनायक गणेश पूजन, देव आह्वान, शिव रुद्राभिषेक पूजन, नक्षत्र पूजन, नवग्रह पूजन के साथ होगा। अनवरत दो माह तक चलने वाले चातुर्मास महायज्ञ में वैदिक ब्राह्मणों द्वारा असंख्य पार्थिव शिवलिंग बनाकर शिवोपासना किया जायेगा।
सिद्धपीठ के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति सिद्धपीठ की गद्दी पर आसीन होने के बाद सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, नागेश्वर महादेव, त्रयम्बकेश्वर महादेव, घृष्णेश्वर महादेव, भीमाशंकर महादेव, ओम्कारेश्वर, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, बाबा विश्वनाथ, रामेश्वरम, मल्लिकार्जुन महादेव, केदारनाथ महादेव, बाबा वैद्यनाथ देवधर, परली वैद्यनाथ व नेपाल स्थित पशुपतिनाथ के साथ ही देश के कोने-कोने में स्थित देवाधिदेव भूत भावन भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग स्थानों सहित मठ से चातुर्मास महायज्ञ संपादित किया जाता चला आ रहा है।
विगत वर्ष की भांति इस बार भी चातुर्मास महायज्ञ का संपादन सिद्धपीठ हथियाराम मठ से ही होगा। इस दौरान नागपंचमी, रक्षाबंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, पीठाधिपति का आविर्भाव दिवस कार्यक्रम सहित सभी विशेष पर्व और त्योहार पर विशेष पूजन अर्चन किया जाएगा।