वाराणसी में मुठभेड़ में वांटेड शूटर गिरफ्तार, गोली लगने से दो घायल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी के शिवपुर निवासी बुजुर्ग व्यापारी बालचंद्र चौधरी की हत्या में वांछित दो शूटर पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किए गए हैं। दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी है। इलाज के लिए दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बदमाशों की शिनाख्त गाजीपुर की कांशीराम कॉलोनी के राशिद और मच्छरहट्टा के रेहान के तौर पर हुई है।
दोनों बदमाशों के पास से 315 बोर के 2 तमंचे और 6 कारतूस बरामद हुए हैं। दोनों को आज अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा जाएगा।
4 जून को की गई थी हत्या
शिवपुर के कादीपुर निवासी बालचंद्र चौधरी की बीती 4 जून को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस के अनुसार संपत्ति विवाद की रंजिश में बालचंद्र के भाई के पोते अखिलेश और सोनू ने सुपारी देकर शूटरों से उनकी हत्या कराई थी। दोनों की पुलिस ने खोजबीन शुरू की तो अखिलेश चौधरी ने गाजीपुर जिले में एक पुराने मामले में जमानत तुड़वा कर सरेंडर कर दिया। वहीं, सोनू अभी घर छोड़ कर भागा हुआ है। पुलिस ने गोली मारने वाले शूटरों के तौर पर राशिद और रेहान को चिह्नित किया था।
क्राइम ब्रांच को मिली थी दोनों की सूचना
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी / रामनगर थाना प्रभारी अश्विनी पांडेय को गुरुवार की रात 12 बजे के बाद सूचना मिली कि राशिद और रेहान शिवपुर क्षेत्र से गुजर रहे हैं। सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच प्रभारी ने दोनों बदमाशों का पीछा किया तो सिगरा थाना प्रभारी धनंजय पांडेय भी अपनी टीम के साथ लग गए।
पिसौर पुलिया के समीप पुलिस टीम ने बदमाशों को घेर लिया तो वह फायरिंग करने लगे। जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाशों के पैर में लगी और वह दबोच लिए गए। दोनों के पास से बालचंद्र चौधरी की हत्या में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की गई है।
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में दोनों ने बताया कि अखिलेश और उसके भाई सोनू ने उन्हें 50 हजार रुपए देकर अपने चचेरे बाबा की हत्या करने का जिम्मा सौंपा था। दोनों की आवाजाही गाजीपुर और बनारस में लगी रहती है। दोनों रिंग रोड की ओर जा रहे थे, लेकिन सटीक मुखबिरी के चलते पुलिस ने उन्हें घेर लिया।