समाधान दिवस में 888 शिकायतों में महज 53 निस्तारित - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए शनिवार को गाजीपुर की सात तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। शहर से लेकर देहात तक सभी तहसीलों में कुल मिलाकर 888 शिकायतें आई। इसमें अधिकारी महज 53 का मौके पर निस्तारण करवा सके। डीएम और एसपी ने जमानियां तहसील सभागार में क्षेत्र के समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र लेकर समस्याओं के निस्तारण करने के निर्देश दिए।
शनिवार को गाजीपुर सदर तहसील समेत सातों तहसीलों के सभागार में जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए सम्पूर्ण समाधान दिवस तहसील दिवस का आयोजन किया गया। मुख्य तहसील दिवस रायफल क्लब सभागार में जिलाधिकारी एमपी सिंह और पुलिस अधीक्षक रोहन पी. बोत्रे की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। एसपी और डीएम की मौजूदगी में कई फरियादी गाजीपुर शहर तक पहुंचे और अपनी समस्याएं बताई। जिलाधिकारी एमपी सिंह की अध्यक्षता में मुख्य तहसील दिवस में विभिन्न मामलों से संबंधित 166 शिकायती पत्र प्राप्त हुए, इसमें 04 का मौके पर निस्तारण किया गया। जिनका अधिकारी निस्तारण नहीं करवा सके, उन प्रार्थनापत्र संबंधित दरोगा और तहसीलदार को देकर निस्तारण का निर्देश दिया।
इसके अलावा मुहम्मदाबाद तहसील में उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में 98 शिकायत/प्रार्थना प्राप्त हुए, जिसमें 06 का मौके पर निस्तारण किया। तहसील सेवराई में उपजिलाधिकरी अध्यक्षता में 87 में 08, सैदपुर तहसील में अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 144 में 08, तहसील जखनिया में उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में 120 में 05, तहसील सदर में उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में 87 में 12 और तहसील कासिमाबाद में उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में विभिन्न मामलों से संबंधित कुल 186 शिकायत/प्रार्थना प्राप्त हुए, जिसमें 10 का मौके पर निस्तारण किया गया।
जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायत/ प्रार्थना पत्रों के संबंध में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि तत्काल मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण करते हुए निस्तारण कराएं। उन्होंने लेखपालो को निर्देश दिया कि जमीनी विवाद, पत्थर गडढ़ी, चकरोड, पैमाइश से संबंधित प्रकरणों में एक अभियान चलाते हुए पूरी निष्पक्षता के साथ निस्तारण कराए।
जिलाधिकारी ने आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों को आगामी तीन दिवस में शत-प्रतिशत निस्तारण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा सीधे शासन स्तर से होती है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही पर संबंधित अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, डीएफओ, उपजिलाधिकारी जमानियां भारत भार्गव, तहसीलदार जमानियां एवं समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।