ओमप्रकाश राजभर के करीबी शशि प्रताप सिंह ने कई सनसनीखेज आरोप लगाते हुए छोड़ी पार्टी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पूर्व प्रवक्ता शशि प्रताप सिंह जो कभी ओम प्रकाश राजभर के करीबी माने जाते थे उन्होंने सोमवार को पार्टी छोड़ दी। शशि प्रताप सिंह ने सोमवार को सुभासपा छोड़ राजनीतिक संगठन राष्ट्रीय समता पार्टी की घोषणा की।
इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में शशि प्रताप सिंह ने राजभर पर आरोप लगाते हुए कहा कि आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की हार के चुनिंदा कारणों में राजभर के कुछ अप्रासंगिक बयान भी हैं। सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय समता पार्टी परिवारवाद (वंशवाद की राजनीति और भाई-भतीजावाद) के खिलाफ जोरदार आवाज उठाएगी।
शशि प्रताप सिंह ने कहा- राजनीति में भाई-भतीजावाद एक गंभीर समस्या है। उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी इस बारे में बात नहीं करती है क्योंकि उनके नेता अपने प्रियजनों को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सुभासपा में भी भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। शशि प्रताप सिंह ने पूर्वांचल को अलग राज्य बनाने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी किसानों, युवाओं, गरीबों और आम आदमी के मुद्दों को उठाएगी।
शशि प्रताप सिंह के आरोपों के जबाव में सुभासपा महासचिव अरविंद राजभर ने कहा 'शशि प्रताप सिंह के पार्टी छोड़ने से सुभासपा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। सिंह ने सुभासपा की विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए कभी काम नहीं किया। सिंह अपने निहित स्वार्थों को पूरा करना चाहते थे जो नहीं कर सके। इसलिएउन्होंने निराधार आरोप लगाए।' अरविंद राजभर ने यह भी कहा कि सुभासपा में कोई परिवारवाद नहीं है। उन्होंने कहा- हम पार्टी को मजबूत करने के लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं। हम अपनी पार्टी के हर कार्यकर्ता का बहुत सम्मान करते हैं।'