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आजमगढ़ में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी पाने वाले नौ गुरुजी बर्खास्त, मुकदमा दर्ज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी पाने वाले 10 शिक्षकों में नौ को बर्खास्त कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर आठ शिक्षकों के खिलाफ उनके नजदीक के थानों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। एक शिक्षक का मामला हाईकाेर्ट में चल रहा है, तो दूसरे के खिलाफ अभी जांच जारी है। जिस शिक्षक की जांच चल रही अभी उन पर कार्रवाई नहीं हुई है। शिक्षा विभाग में एक के बाद एक कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। एसटीएफ ने बहुत पहले इस मामले की जांच की थी, लेकिन कार्रवाई पर ब्रेक लगा हुआ था।

शिक्षकों के फर्जीवाड़ा करने का प्रकरण करीब एक वर्ष पूर्व सुर्खियों में छाया था। उस समय विभागीय जांच हुई, तो कई स्तर पर झोल नजर आया। शासन तक मामला पहुंचा, तो जांच एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को सौंप दी गई। एसटीएफ की जांच में शिक्षकों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया था। पूर्व माध्यमिक विद्यालय जमीन दसांव में सहायक अध्यापक नंद लाल, प्राथमिक विद्यालय सीही की सहायक अध्यापक नेहा शुक्ला, प्राथामिक विद्यालय छीरी ब्राह्मण के सहायक अध्यापक राजा राम, कंपोजिट विद्यालय फदगुदिया पवई के अजीत कुमार यादव, गोविंद पांडेय, प्राथमिक विद्यालय गोमाडीह ठेकमा के सहायक अध्यापक धीरज सिंह कश्यप, प्राथमिक विद्यालय राजापट्टी अहरौला के सहायक अध्यापक राजेश कुमार चौबे व प्राथमिक विद्यालय नरायनपुर साउथ के सहायक अध्यापक आशुतोष सिंह को बर्खास्त किया गया है।

बर्खास्त होने के बाद ठेकमा के सहायक अध्यापक प्रमोद कुमार सिंह उच्च न्यायालय चले गए हैं। प्राथमिक विद्यालय भटपुरवा पठकौली, अतरौलिया के सहायक अध्यापक अविनाश प्रजापति की जांच चलने के कारण कार्रवाई नहीं हुई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित नौ शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। सहायक अध्यापक प्रमोद कुमार सिंह का मामला उच्च न्यायालय में लंबित है। अविनाश प्रजापति की जांच चल रही है। जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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