गाजीपुर में बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन सतर्क, डीएम और एसपी ने लिया जायजा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर भी बाढ़ प्रभावित इलाके में शुमार है। गंगा में जल स्तर बढ़ने के बाद गाजीपुर जनपद के कई इलाके बाढ़ प्रभावित हो जाते हैं। सबसे पहले इसका असर रेवतीपुर ब्लाक में पड़ता है। जहां के निचले इलाके में गंगा का पानी सबसे पहले घुसकर किसानों की फसल को बर्बाद कर देता है।
साथ ही साथ यह इलाका पशु पालकों के लिए भी मुफीद है। ऐसे में यहां के पशुपालक भी बाढ़ से प्रभावित होते हैं। जिसको लेकर जिला प्रशासन ने पहले से ही रणनीति बनाकर काम करना शुरू कर दिया है। जिस के संबंध में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि गंगा का जलस्तर 52 मीटर के लगभग है। वहीं, गंगा का जलस्तर जब 61 मी. के ऊपर पहुंचता है तब जनपद में बाढ़ की विभीषिका देखने को मिलती है।
आने वाले महीनों में हो सकती है समस्या
पानी बढ़ने पर वहां के पशुपालकों और अन्य लोगों को रेस्क्यू कर बाढ़ चौकियों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाती है। उन्होंने बताया कि समस्या अभी तो नहीं है। लेकिन आगामी महीनों में यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में ढाई सौ से ऊपर बाढ़ चौकी और राहत केंद्र तय किये गए है।
बेहतर व्यवस्था करने में जुटी प्रशासन
पिछले साल जनपद के 102 गांव प्रभावित हुए थे। सभी को रेस्क्यू कर बाढ़ राहत केंद्रों पर लाया गया था। उनके खाने-पीने और रहने का प्रबंध किया गया था। उनके पशुओं को भी लाया गया था। वहीं इस बार कोशिश है कि पिछले साल से भी बेहतर व्यवस्था की जाए।