छेड़खानी की शिकायत पर थाने में घंटों बिठाया, फिर दारोगा-सिपाही ने सड़क पर दौड़ा दौड़ाकर पीटा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पुलिस की धूमिल छवि पर वाराणसी के मिर्जामुराद थाने में रविवार को उस समय एक बार फिर धब्बा लग गया जब बालिका संग छेड़खानी की फरियाद करने पहुंचे लोगों को पुलिस ने थाने में घंटों बैठाए रखा। कार्रवाई तक की नौबत नहीं आई और बैठे - बैठे फरियादी महिला और किशोरी को भूख लग गई तो पुलिसकर्मियों ने सड़क पर दौड़ा दौड़ाकर पीटा और दुर्व्यहार की रिकार्डिंग करने पर मोबाइल भी छीनकर तोड़ दिया।
दरअसल घंटों से कार्रवाई की आस में भूख-प्यास में तड़प रहे लोगों ने कहा कि भूख लग गई तो भड़के दारोगा-सिपाही ने पत्नी का मोबाइल तोड़ दिया और दहशत में थाने से भागने पर दौड़ाकर सड़क पर मारपीट की तो सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस की छवि सुधारने हेतु विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा थाना पर फरियाद लेकर आने वालों संग शालीनता व सम्मानजनक ढंग से व्यवहार करने का पाठ तो पढ़ाया जाता हैं, किंतु निचले स्तर पर पुलिसकर्मियों द्वारा कुछ और ही व्यवहार देखने को मिलता है।
एक ऐसा ही मामला रविवार को अपरान्ह मिर्जामुराद थाना का प्रकाश में आया। फरियाद लेकर आये व्यक्ति द्वारा भूख-प्यास लगने की बात कहने पर दारोगा-सिपाही आग बबूला होकर उस पर टूट पड़े। पिटाई से बचकर भागने पर आधा किलोमीटर तक दौड़ाकर उसे पकड़ फिर थाने लाया गया। पत्नी द्वारा वीडियो बनाने पर उसका मोबाइल भी जमीन पर पटक कर तोड़ दिया गया। वहीं एक समाजसेवी द्वारा विरोध जताने पर उसके संग भी दुर्व्यहार किया गया। फरियादी व पुलिसकर्मियों की भागदौड़ से मिर्जामुराद कस्बा में अफरातफरी मच गयी।
मिर्जामुराद थानांतर्गत मेंहदीगंज गांव निवासी मैजिक चालक अपनी पत्नी संग थाने पहुंचा था। फरियादी की पत्नी का कहना था कि बीते आठ जुलाई को उसकी 14 वर्षीया भतीजी संग छेड़खानी की घटना हुई। खजुरी पुलिस चौकी पर घटना की सूचना दी गयी। पुलिस द्वारा कोई कारवाई न करने पर दम्पती अपनी भतीजी और मासूम बच्ची को लेकर सुबह थाने पर पहुंचा। थाना पर पुलिस द्वारा कारवाई करने की बात कह दोपहर तक उसे बैठाए रखा गया। फरियादी द्वारा सुबह से बैठाये रखने पर भूख-प्यास लगने की बात कह बाजार जाने की बात कही गयी। यह बात मौके पर मौजूद दारोगा व सिपाही को नागवार लगी और उसकी पिटाई शुरू कर दी गयी.
न्याय की गुहार में पहुंचे लोगों को पुलिसकर्मियों से ही जान बचाकर भागना पड़ा। वह इंसाफ से तौबा कर थाना से निकल कस्बा में हाइवे पर भागने लगा तो पुलिसकर्मियों ने उसे आधा किमी दौड़ाकर पकड़ा। भागदौड़ से बाजार में अफरातफरी मच गयी। पत्नी द्वारा पति के पिटाई की वीडियो बनाने पर पुलिस ने उसका मोबाइल भी पटक कर तोड़ दिया। इस दौरान थाना पर परिवारिक विवाद लेकर पहुंचे दुधवां गांव के मूल निवासी समाजसेवी अनुराग सिंह ने जब पिटाई का विरोध जताया तो उनके संग भी पुलिसकर्मियों ने दुर्व्यहार किया। मोबाइल छीन वीडियो डिलीट किया गया। समाजसेवी ने आइजी व एसपी ग्रामीण से घटना की शिकायत की है। इस बाबत थानाप्रभारी हरिनाथ भारती का कहना है कि दो परिवारों के बीच विवाद है। फरियादी को इसीलिये बैठाया गया है। थाना में फरियादी के पिटाई व दुर्व्यहार की बात पूरी तरह निराधार है। वह थाना से भाग रहा था, महिला की मोबाइल तोड़ने की बात भी गलत है।