शासन ने भेजा था इंटरसेप्टर वाहन, गाजीपुर पहुंचने के बाद हुआ खराब
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में कुछ दिन पूर्व जिले के परिवहन विभाग को शासन द्वारा एक इंटरसेप्टर वाहन भेजा गया। जिसके जरिए हाईवे पर ओवर स्पीड वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने के साथ-साथ उनके खिलाफ कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। गाजीपुर पहुंचने के बाद यह इंटरसेप्टर वाहन खराब बताकर एआरटीओ कार्यालय में खड़ा कर दिया गया। जिससे शासन की मंसूबे पर पानी फिर गया। कुछ दिन यहां रहने के बाद यह वाहन किसी और जनपद के लिए रवाना हो जाएगा।
गाजीपुर परिवहन विभाग से जिले को भी एक इंटरसेप्टर वाहन मिला तो जरूर, लेकिन उपयोग में नहीं लिया जा सका। इस वाहन को प्रतिदिन हाईवे और नगर के चौराहे पर खड़ा किए जाने की योजना थी। ज्यादातर सड़क हादसे तेज रफ्तार के कारण ही होते हैं, जिसमें काफी हदतक कमी भी आएगी। फिलहाल वाहन एआरटीओ कार्यालय में खड़ा है।
विभाग करता है सैकड़ों चालान
सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही प्रतिदिन यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की ओर से सैकड़ों चालान किए जा रहे हैं। बावजूद इसके लोगों पर इसका असर अपेक्षा अनुरूप नहीं दिख रहा है।
इंटरसेप्टर वाहन इससे पहले बड़े-बड़े शहरों में ही थे, लेकिन अब छोटे शहरों को भी मुहैया कराया जा रहा है।ताकि वाहनों की स्पीड को रोका जा सके। करीब 5-6 दिन पूर्व यह वाहन परिवहन विभाग को प्राप्त हुआ। इस वाहन की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें रडार लगा है।
इंटरसेप्टर वाहन खराब पड़ा है
तीन से पांच सौ मीटर की दूरी से आने वाले वाहन की ओवर स्पीड को पकड़ लेता है। उसका वाहन नंबर प्रिंट कर देता है। वाहन के दोनों ओर कैमरा लगा है, लेकिन खराब होने की दशा में यह वाहन किसी काम नहीं आ पाया।एआरटीओ राम सिंह ने बताया कि कुछ दिनों के लिए इंटरसेप्टर वाहन जिले में आया है, लेकिन खराबी के चलते एआरटीओ कार्यालय में ही खड़ा है। मरम्मत के लिए इंजीनियरों को बुलाया गया है।