गाजीपुर जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह के पति पर मारपीट का आरोप, FIR दर्ज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जनपद की जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह के पति और प्रतिनिधि पंकज सिंह उर्फ चंचल के खिलाफ सैदपुर कोतवाली में उनके ड्राइवर ने मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया है। इसके बाद पुलिस ने पीड़ित ड्राइवर को सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजकर, उसका प्राथमिक उपचार कराया।
इसके कुछ देर बाद कोतवाली पहुंचे पंकज सिंह के ड्राइवर ने उन पर पर आरोप लगाने वाले ड्राइवर पर मारपीट का आरोप लगाते हुए मुकदमा पंजीकृत कराया। वहीं मामला हाई प्रोफाइल देख पुलिस दोनों की एफआईआर पर जांच शुरू कर दी।
लहूलुहान हालत में थाने पहुंचा ड्राइवर
दरअसल बीते बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि पंकज सिंह सैदपुर कोतवाली पहुंचे। जहां वह थानाध्यक्ष तेज बहादुर सिंह से अपने वाहन चालक प्रमोद यादव को अपने घर के ही दूसरे वाहन चालक द्वारा मारने पीटने की बात बता ही रहे थे। तभी वहां लहूलुहान हालत में पंकज के घर का ड्राइवर, क्षेत्र के अमेना गांव निवासी अंकित पहुंच गया। उसने पंकज सिंह के सामने ही थानाध्यक्ष को बताया कि वह ड्यूटी के बाद लेटा हुआ था। तभी अचानक वहां पंकज सिंह पहुंच गए और उसे मारने पीटने लगे। जिससे वह लहूलुहान हो गया। जिसकी तहरीर पर थानाध्यक्ष ने तत्काल उसे प्राथमिक इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र भेजकर, पंकज सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर लिया।
एक ड्राइवर के खिलाफ दूसरे ने दर्ज कराया मुकदमा
इसके कुछ देर बाद सैदपुर कोतवाली पर पहुंचकर जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह के प्रतिनिधि पंकज सिंह चंचल के ड्राइवर प्रमोद यादव ने अंकित सिंह और अंकुर सिंह के खिलाफ मारपीट की तहरीर दिया। इसके बाद प्रमोद यादव की तहरीर पर भी पुलिस ने आईपीसी 323 धारा अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर लिया। इस तरह दोनों तरफ से मारपीट का मुकदमा पंजीकृत कराया गया। थानाध्यक्ष तेज बहादुर सिंह ने कहा कि दोनों पीड़ितों की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर जांच की जा रही है।
गाजीपुर जिला पंचायत प्रतिनिधि ने आरोप को बताया बेबुनियाद
पंकज सिंह चंचल ने कहा कि अंकित सिंह द्वारा मेरे ऊपर लगाया गया मारपीट का आरोप बेबुनियाद है। जिस वक्त उसके साथ मारपीट हुई, मैं वाराणसी में था। असल में घर के दो ड्राइवरों ने किसी बात को लेकर आपस में मारपीट कर ली थी। बात जब मुझे पता चली तब मैं सीधे सैदपुर कोतवाली पहुंचा। जहां पहुंचे दोनों ड्राइवरों ने बिना किसी जोर दबाव के पुलिस को तहरीर देकर, अपना अपना मुकदमा पंजीकृत कराया। पुलिस की जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा। मेरे ऊपर लगा आरोप झूठा है। फिर भी मैं जांच का में पुलिस का सहयोग और उसका सामना करूंगा।