Today Breaking News

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का किनारा, जल संचयन का सहारा - Ghazipur News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के हैदरिया से शुरू होकर लखनऊ के चांद सराय तक जाने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का किनारा जल संचयन का बड़ा सहारा बन गया है। गाजीपुर जिले में 52.406 किमी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पड़ता है। इसके दोनों तरफ खोदे गए करीब 30 तालाब बूंद-बूंद जल का संचयन कर रहे हैं। इसका अब लाभ भी दिखने लगा है।

हैदरिया से लखनऊ के चांद सराय तक कुल 340.824 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनाने को यूपिडा से नामित कंपनी ओरिएंटल ने मिट्टी भरान के दौरान जनपद में लगभग 30 तालाब खोदे और इनका सुंदरीकरण भी किया। तालाब से मिट्टी निकाल कर इसका पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में उपयोग किया गया। इससे एक पंथ दो काज हुआ। एक तरफ जहां एक्सप्रेस-वे के निर्माण में मिट्टी का उपयोग हुआ, तो वहीं दूसरी तरफ जल संचय के उद्देश्य से तालाब सृजित किए गए। कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के शहाबुद्दीनपुर, धरवारकला, टोड़ार, सिधउत, झिंगुरी, सिंगेरा व सबुनिया सहित कई गांवों में खोदे गए तालाबों में बारिश का पानी इकट्ठा होता है। 

40 से 50 सेमी तक बढ़ गया जलस्तर 

इन तालाबों में पानी इकट्ठा होन से कासिमाबाद तहसील क्षेत्र में 20 से 50 सेमी तक जलस्तर बढ़ा है। ग्रामीणों को अब इसका लाभ भी अब दिखने लगा है। इससे पहले गर्मी के मौसम में जो हैंडपंप या ट्यूबवेल पानी छोड़ देते थे वो इस बार नहीं छोड़े। ट्यूबवेल अच्छा पानी दे रहे है। इससे किसानों को खेती में भी काफी लाभ मिला है। - नित्य प्रकाश यादव, अवर अभियंता जलनिगम खंड तृतीय। 

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे कासिमाबाद तहसील क्षेत्र में खोदे गए तालाब जल संचय के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इनके कारण क्षेत्र में जल का स्तर भी काफी बढ़ा है।- जया सिंह, तहसीलदार कासिमाबाद।

'