नर्सरी लगाने के लिए गाजीपुर के किसानों को मिलेगा 50 प्रतिशत अनुदान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में किसानों को पहली बार नर्सरी के लिए जिला उद्यान विभाग से अनुदान मिलेगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए विभाग में किसानों को आवेदन करना होगा। नमामि गंगे योजना के तहत किसान करीब चार बीघा में आम, अमरूद, नींबू सहित फल फूल के पौध तैयार कर आय का नया साधन तैयार कर सकेंगे। इसके लिए जनपद में लक्ष्य निर्धारित है। दो किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा। विभाग की ओर से पहले आओ पहले पाओं के आधार किसानों को योजना मिलेगी।
किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए शासन की ओर से लगातार नए नए योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। पहली बार नमामि गंगे के तहत किसानों को गंगा किनारे औद्यानिक नर्सरी के लिए भी अनुदान मिलेगा। इसके लिए लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को विभाग में आवेदन करना होगा।
जिला उद्यान अधिकारी शैलेंद्र दुबे ने बताया कि अबतक किसानों को नर्सरी के लिए कोई भी अनुदान नहीं मिलता था, लेकिन इस बार शासन की ओर से इस योजना को शुरू की गई है। इस योजना के तहत पहली बार चार बीद्या में एक उद्यान नर्सरी के लिए निर्माण की योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत किसानों की 15 लाख रुपए तक की लागत से तैयार होने वाली वाली उद्यान नर्सरी में ग्रीन शेड, नेट शेट, पाली हाउस, सिंचाई के लिए पंप सहित कई सुविधाएं होंगी।
इसमें साढ़े सात लाख रुपये तक विभाग की ओर से किसान को अनुदान मिलेगा। इसके लिए किसानों को विभाग में आवेदन करना होगा। पहले आओ पहले पाओ के आधार पर योजना का लाभ मिलेगा। उन्होने बताया कि बाड़बंदी के लिए फलपट्टी योजना के तहत गंगा किनारे के किसानों को आम, अमरूद, बेर, नींबू, केला सहित अन्य फल फूल के नए बाग लगाने और उसके बाड़ बंदी के लिए प्रतिमाह तीन हजार रुपये तीन साल तक दिया जाएगा।
बाग में जब तक पौधे जीवित होंगे किसान को अनुदान का लाभ भी मिलेगा। इसके बाड़बंदी से किसानों के बाग भी सुरक्षित होंगे। इन सभी योजनाओं के लिए आवेदन के आधार पर चयन किया जाएगा। कोई भी किसान अधिक जानकारी के लिए विभाग से संपर्क कर सकता है.