गाजीपुर के प्रसिद्ध महाहर धाम में भक्तों ने की पूजा, पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ ने की थी शिवलिंग की स्थापना
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सावन का पावन महीना शुरू होती ही शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ का सिलसिला भी शुरू हो गया है। सुबह से ही पूजा-अर्चना, जलाभिषेक का क्रम प्रारम्भ हो जा रहा है। क्षेत्र के प्रख्यात महाहर धाम में पहुंचकर श्रद्धालु भगवान से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं।
महाहर धाम शिवलिंग |
महाहर धाम की मान्यता है कि इस अद्वितीय शिवलिंग की स्थापना राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए किया था। यहीं वह तालाब है जहां राजा दशरथ द्वारा श्रवण कुमार को शब्दभेदी बाण लगा था। श्रवण के माता पिता ने उन्हें श्राप दिये थे। इसके बाद ब्रह्मा के आर्शीवाद से राजा दशरथ ने श्राप मुक्ति और पुत्रप्राप्ति के लिए शिवलिंग की स्थापना कर पूजन किया।
शिवभक्तों के आने का सिलसिला
फलस्वरूप राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का जन्म हुआ। आज यह स्थान शिवभक्तों के लिए बेहद आस्था का केन्द्र बना हुआ है। सावन के प्रत्येक सोमवार को यहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है। वहीं, पूरे सावन शिवभक्तों के आने का सिलसिला जारी रहता है। सावन के महीने में ही कांवड़ यात्रा निकाली जाती है।
12 अगस्त को समाप्त हो जाएगा सावन
2022 में सावन मास में 4 सोमवार आ रहे हैं। सोमवार के दिन विधिवत शिव पूजन बहुत फलदायक माना जाता है। इस साल सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को पड़ रहा है। सावन महीना 14 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त को यानी सावन पूर्णिमा के दिन समाप्त हो जाएगा।