अफजाल अंसारी 15 वर्ष पहले गैंगस्टर में हुए थे पाबंद, रसूख की बदौलत अफसरों ने दबा ली फाइल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. राजनीतिक रसूख क्या होता है यह सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ दर्ज गैंगस्टर के मुकदमे में देखने को मिला। पुलिस-प्रशासन ने जिन गैगस्टर के मामले में सांसद की जमीन कुर्क करने की कार्रवाई की है, वह मुकदमा करीब डेढ़ दशक पहले दर्ज हुआ था। इस मुकदमे को पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने दबा दी थी।
मुहम्मदाबाद कोतवाली पुलिस की रिपोर्ट पर ही सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ कार्रवाई हुई है। सांसद के खिलाफ कुल सात मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 2007 में गैंगस्टर के तहत मामला पंजीकृत किया गया। 29 नवंबर 2005 को मुहम्मदाबाद से भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में अफजाल अंसारी साजिशकर्ता में जेल चले गए। अब जब प्रशासन मुख्तार अंसारी की एक-एक संपत्तियों का पता लगा रहा है तो इसी दौरान सांसद के खिलाफ करीब 15 वर्ष से गैंगस्टर के लंबित मामले की फाइलें भी खुल गईं।
पुलिस ने जब पत्रावली ढूंढी तो इसका पता चला। इसके बाद यह कार्रवाई हुई है। जानकारों का कहना है कि तत्कालीन पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों में मुख्तार अंसारी का इतना खौफ था कि उन्होंने सांसद की फाइल को दबा दिया। प्रभारी निरीक्षक मुहम्मदाबाद अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि अफजाल अंसारी पर कुल सात मुकदमे दर्ज हैं। 2007 में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज हुआ था। (मीडिया इनपुट्स के साथ)