ड्राइवर बनने दुबई गए युवक ने चराई बकरियां
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. ट्रेवल एजेंसी संचालकों ने ड्राइवर की नौकरी दिलाने का दावा कर जुल्फिकार को सउदी अरब भेजा था। एक लाख रुपये खर्च कर दुबई पहुंचने पर युवक को एक घर में रखा गया। इसके बाद उसे जंगल में बकरी चराने का काम सौंपा गया। जुल्फिकार ने एतराज जताते हुए घर लौटने की बात कही। इस पर शेख ने जुल्फिकार को वापस भेजने के लिए पांच हजार रियाल (एक लाख रुपये) वसूले। वह किसी तरह से भारत लौटा था। जुल्फिकार ने ट्रेवल एजेंट संचालकों की शिकायत पुलिस महानिदेशक कार्यालय में की थी। जहां से आदेश जारी होने के बाद गाजीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुम्बई पहुंचने पर ही मिलेगा वीजा
हरदोई सण्डीला निवासी जुल्फिकार अली के अनुसार उसे दोस्तों से फैजाबाद रोड कैलाश कुंज स्थित न्यू अरविदं टूर एण्ड ट्रेवलर्स का पता चला था। यह लोग खाड़ी देशों में नौकरी लगवाने का दावा करते थे। चार दिसंबर 2021 को जुल्फिकार ने ट्रेवल एजेंसी संचालक गुड्डू और एजेंट कमरुद्दीन से सम्पर्क किया था। जिन्होंने दुबई में शेख के घर ड्राइवर की नौकरी लगवाने का भरोसा दिया था। आठ जनवरी को आरोपियों ने फोन कर जुल्फिकार को लखनऊ बुलाते हुए मेडिकल कराने के नाम पर 20 हजार रुपये लिए थे।
पीड़ित के अनुसार इसके बाद अलग-अलग तारीखों पर उससे 80 हजार रुपये लिए थे। उसे मुम्बई से दुबई का फ्लाइट टिकट दिया गया था। 23 जनवरी 2022 में वह दुबई पहुंचा था। जहां एयरपोर्ट पर उतरते ही उसे 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया था। 6 फरवरी को गुड्डू ने फोन कर जुल्फिकार को कफील का नम्बर दिया था। जिसके जरिए नौकरी मिलनी थी।
कमरे में रुकवाया...सुबह थमा दी बकरियां
जुल्फिकार के अनुसार कफील ने उसे कमरे में रुकवाया था। सात फरवरी की सुबह वह कफील के साथ घर से निकला था। जुल्फिकार के अनुसार जंगल के करीब पहुंचने पर कफील ने उसे बकरियां ले जाकर चराने के लिए कहा था। पीड़ित ने इस काम को करने से मना कर दिया था। इस पर कफील ने कुछ दिन रुकने के लिए कहा था। कई दिन गुजरने के बाद भी हालात नहीं बदले थे। गुड्डू और कमरुद्दीन को फोन करने पर वह लोग भी सही जवाब नहीं दे रहे थे।
वापस जाना है तो एक लाख दो
ड्राइवर की नौकरी कर परिवार की मदद करने का इरादा लेकर दुबई पहुंचा जुल्फिकार बुरी तरह फंस चुका था। कफील से भारत वापस भेजने के लिए कहने पर उसने एक लाख रुपये मांगे थे। इतनी बड़ी रकम जुटाना जुल्फिकार के लिए सम्भव नहीं था। फोन कर रिश्तेदारों को पीड़ित ने आपबीती बताई थी। इसके बाद कफील के खाते में रुपये जमा कराए गए थे। 19 फरवरी को वह दुबई से वापस लौट आया था। 24 फरवरी को पीड़ित ने गुड्डू और कमरुद्दीन से मुलाकात की थी। आरोपियों ने जुल्फिकार को धमकाया था। पीड़ित के मुताबिक थाने पर शिकायत किए जाने के बाद भी मुकदमा नहीं लिखा गया था। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस महानिदेशक के दफ्तर में शिकायत की थी। इंस्पेक्टर रामेश्वर कुमार के मुताबिक गुड्डू और कमरुद्दीन को पुलिस तलाश रही है।