Today Breaking News

'मुझे शादी नहीं करनी, मुझे पढ़ना है' किशोरी करना चाह रही थी आत्महत्या, पुलिस ने बचाया - Ghazipur News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जमानियां में परिजनों से नाराज एक किशोरी ने आत्महत्या करने की ठानी। लेकिन, पुलिस की तत्परता से उसे बचा लिया गया। पूछने पर उसने बताया कि मेरे माता पिता मेरी शादी करना चाहते हैं। जबकि, मैं पढ़ लिखकर अपने परिवार का नाम रोशन करना चाहती हूं।

एक तरफ जहां बेटियां रोज देश का नाम रोशन कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ माता पिता आज भी उन्हें बोझ मानते हैं। ऐसा ही एक वाकया जमानियां में देखने को मिला है। सोमवार को एक किशोरी ने अपनी जान देने की कोशिश की लेकिन उसे बचा लिया गया।

पुलिस को देख मोबाइल नदी में फेंक किया जान देने का प्रयास

पुलिस के अनुसार किशोरी पुल पर अपनी साइकिल खड़ी कर किसी से मोबाइल से बात रह रही थी। जब उसने पुलिस को देखा तो मोबाइल नदी में फेंक कूदने लगी,जिसे कांस्टेबल ने बचा लिया। इस घटना के बाद मौके पर हमीद सेतु पर राहगीरों की भीड़ इकट्‌ठा हो गई।

पुलिस ने किशोरी को थाने लाकर उससे महिला आरक्षी के देखरेख में पूछताछ शुरू कर दी। वहीं पिता ने बताया कि उसकी पुत्री जो हाईस्कूल में पढ़ती है, घर से साइकिल लेकर दुकान जाने की बात परिजनों से कह निकल पड़ी।

पिता बोले- बिटिया होशियार लेकिन परिस्थितियां कर रहीं मजबूर

काफी देर होने के बाद भी जब वह घर नहीं लौटी तो उसकी खोजबीन शुरु कर दी। पिता ने बताया कि उसकी पुत्री पढ़ने में होनहार है ,मगर परिवार की परिस्थितियों को देख उसकी शादी की बात चल रही थी। वहीं किशोरी ने बताया कि वह अभी पढ़ना चाहती है ,मगर उसके परिजन उसकी शादी की बात कह रहे है जो हमें मंजूर नहीं है। उसने बताया कि वह परिस्थितियों से लड़कर पढ़कर वह कुछ बनने के साथ ही परिवार का नाम रोशन करना चाहती है।

इस बाबत प्रभारी निरीक्षक तारावती ने बताया कि किशोरी से पूछताछ के बाद उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।

'