स्मृति इरानी ने बनारस में कैसे उठाया गोबर और किया साफ, फिर ग्रामीणों से पूछा उनका हालचाल, जानें
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. अपने दो दिवसीय काशी प्रवास के दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आठ वर्ष के कार्यकाल पूर्ण होने पर सेवा समर्पण व गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत सिकरौल वार्ड के भीम नगर में स्वच्छता अभियान चलाया गया।
अभियान के दौरान जब केंद्रीय मंत्री बस्ती के अंदर भ्रमण करते हुए चिंता देवी के मकान के समीप पहुंची तो चिंता देवी ने हाथ जोड़कर उनसे गुहार लगाई कि आगामी 15 जून को बिटिया की शादी है और घर के सामने मैदान में गोबर वह गंदगी का ढेर लगा हुआ है। आप कृपया इसे हटवा देती तो बड़ी कृपा होती जिस पर केंद्रीय मंत्री ने स्वयं हाथों में फावड़ा लिया और गोबर हटाना प्रारंभ कर दिया। कभी हाथों में फावड़ा तो कभी बेलचा लिए जब मंत्री गोबर हटाने लगी तो भाजपा पदाधिकारियों ने कदम से कदम मिलाते हुए सफाई प्रारंभ कर दी। बाद में वहां से गोबर हटवा रहे नगर निगम के सुपरवाइजर ने बताया कि यह गोबर शिवपुर कूड़ाघर में फेंका जाएगा।
चिंता देवी ने बताया कि उन्होंने मंत्री महोदय से सफाई के साथ-साथ डाकखाने में जमा अपने रुपए न निकल पाने का भी दर्द बयां किया। उन्होंने उन्होंने बताया कि मेरे पांच बिटिया है। जिनमें से दो बेटियों की शादी हो चुकी है मेरे पति स्वर्गीय हरीश चंद्र प्रसाद द्वारा डाकखाने में सात लाख 26 हजार जमा किए गए थे जो कि पूर्व में डाकखाने में हुए घोटाले के कारण अभी तक हम लोगों को हमारे रुपए नहीं मिल पाए हैं।
जिससे बेटी की शादी की चिंता भी है, इन्हीं रुपयों के चलते मेरे पति की एक वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है, उन्होंने केंद्रीय मंत्री से पोस्ट ऑफिस में जमा किए गए पैसे भी निकलवाने का आग्रह किया। जिस पर केंद्रीय मंत्री ने उन्हें अपने साथ चलने के लिए कहा। जिस पर क्षेत्रीय नेताओं द्वारा बताया गया कि अभी पोस्ट ऑफिस बंद होगा जिस पर मंत्री ने क्षेत्रीय पार्षद को निर्देश दिया कि पोस्ट ऑफिस खुलते ही महिला को वहां ले जाकर संपर्क कराया जाए और इनके रुपए निकलवाए जाएं।