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गाजीपुर वाराणसी हाईवे पर क्षतिग्रस्त ओवरब्रिज की हुई मरम्मत, जांच शुरू - Ghazipur News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर-वाराणसी हाईवे पर सैदपुर के पास पिछले सप्ताह ओवरलोड वाहन से क्षतिग्रस्त रेलवे ओवरब्रिज पर मरम्मत कार्य जारी है। एक सप्ताह से लगातार जुटी एनएचएआई की टीम ने मरम्मत का कार्य लगभग पूरा कर दिया है। जल्द ही पूरी तरह से तैयार होने के बाद इसे सुचारू कर दिया जाएगा। निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के लिये पीएनसी के अधिकारी टीएन सिंह मौके पर पहुंचे और काम का जायजा लिया। कर्मचारियों से जानकारी ली और फिर कुछ देर रहने के बाद रवाना हो गए। हालांकि अभी क्षतिग्रस्त स्थल को बंद करते हुए यातायात का डायवर्जन कराया गया है।

वाराणसी से गाजीपुर के बीच बनाए गए फोरलेन हाईवे आठ महीने में ही जगह-जगह टूट गया है। इस हाईवे पर गड्ढ़े वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा रहे हैं और दरारें हादसे का सबब बन रही है। सैदपुर के आसपास एक महीनें के अंदर तीन जगह सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है और सोमवार की रात रेलवे ओवरब्रिज से वाहन गुजरने के बाद स्लैब टूट गया। 

लगातार सड़क के टूटने के बाद गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। पिछले सप्ताह शेखपुर ओवरब्रिज के पास सड़क धंस गई है, केवल सड़क धंसी नहीं टूटकर एक बड़ा हिस्सा गिर गया और ऊपर से नीचे तक दिखने लगा। कंक्रीट उखड़ने से स्लैब की सरिया का जाल और निर्माण सामग्री भी दिखने लगी। क्षतिग्रस्त स्थल की मरम्मत का काम किया जा रहा है। 

कार्यदायी संस्था पीएनसी के अधिकारी टीएन सिंह ने जांच के बाद बताया कि पुल टूटा नहीं था, बल्कि वो पंचर हुआ था। बताया कि किसी ट्रक का एक्सेल टूट गया था, जिससे पूरे ट्रक का वजन उसी जगह पर आ गया था। इसी वजह से पुल में वहां छेद हुआ। बताया कि जितना हिस्सा टूटा था, उसके बगल के कुल 3 ब्लॉक्स को हमने तोड़कर उसकी मरम्मत की है। हालांकि पुल टूटने के बाद लोग इसे पीएनसी की बड़ी लापरवाही मान रहे हैं और कंपनी द्वारा आमजन के जान से खिलवाड़ करने की बात कर रहे हैं। 

जिला प्रशासन ने जांच भी कराने की बात कही है। बहरहाल, टूटे हुए हिस्से में उसी पुराने लगे हुए सरियों के साथ पुनः नए सीमेंट व बालू के मसाले से ढलाई कर दी गयी है। अधिकारी ने बताया कि अभी इसे आवागमन के लिए खोलने में टाइम लगेगा। पुल कितने समय तक चलेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है। क्योंकि आमतौर पर किसी टूटे वस्तु के काफी दूर तक के हिस्सों को तोड़कर न बदलने व उसमें पैबंद लगाने से उसकी आयु बेहद घट जाती है।

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