पापा जल्दी आओ भाई ने मम्मी को मार दिया, 3 दिन घर में कैद रही मासूम भी सदमे में
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. शनिवार रात जब किशोर ने अपनी मां को गोली मारी थी तो बगल में लेटी उसकी बहन जग गई थी। इस पर भाई ने उसे उठाकर तुरंत दूसरे कमरे में ले जाकर बंद कर दिया था। इस बीच उस मासूम ने कई बार भाई से कहा कि मम्मी कहां है तो वह यही कहता था कि कुछ नहीं चुप रहो किसी से कुछ ना बताना। जब घर पर पुलिस और आसपास के लोग पहुंचे और दरवाजा खुलवाया गया तो बच्ची भाई के साथ बाहर निकली।
भीड़ भाड़ देखकर बच्ची घबरा गई फिर उसने देखा कि उसकी मां की लाश बेड पर पड़ी है यह देखते ही वह फफक कर रो पड़ी। तब उसे मालूम चला कि मेरी मां को भाई ने उसी दिन ही मार दिया था। लेकिन मुझे नहीं बताया। तभी पिता का फोन रिश्तेदार के मोबाइल पर आया तो बेटी ने कहा, पापा जल्दी आ जाओ भाई ने मम्मी को मार दिया है।
वहीं हत्यारोपित बेटे के पिता का रो-रोकर बुरा हाल था। उन्होंने कहा, मेरा सब कुछ चला गया अब बेटी का कैसे होगा पालन पोषण। वो बार-बार यही कह रहे थे कि आखिर बेटे ने ऐसा कदम क्यों उठाया। शरारती था कई स्कूलों से उसका नाम भी काटा गया फिर दूसरे स्कूल में लिखवाया गया पर उसकी शरारतें दूर नहीं हुई । बेटे की करतूतों को बाहर भी नहीं कहता था, लेकिन उसने ऐसा सिला दिया कोई सोच भी नहीं सकता।
भूखा प्यासा पालतू डागी घर की चौखट पर घूमता नजर आया : घटना के दिनों से ही नवीन के घर के डागी ने कुछ खाया पिया नहीं। जब घटना का खुलासा हुआ तो उसे जंजीर से खोल दिया गया, उसके बाद से वो घर के बाहर ही बैठा है। अब तो घरवाले घर पर ताला डालकर अपने पैतृक गांव चले गए हैं। उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं बचा।
यह है पूरा मामला : पीजीआइ थना क्षेत्र के पंचमखेड़ा की यमुनापुरम कालोनी में 16 वर्षीय एक किशोर अपनी 40 वर्षीय मां और दस साल की बहन के साथ रहता था। शनिवार रात में किशोर ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से मां के सिर में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। वह तीन दिन तक बहन को घर में धमकाकर रखे था। शव की दुर्गंध छिपाने के लिए कमरे में रूम फ्रेशनर छिड़कता रहता था।
मंगलवार को शव की दुर्गंध ज्यादा हो गई, तब उसने अपने पिता को फोन कर इसकी जानकारी दी। छानबीन में पता चला कि किशोर को मोबाइल पर बैटल ग्राउंड गेम (पुराना नाम पबजी) खेलने की लत थी। मां गेम खेलने से मना करती थीं। इसी से नाराज होकर उसने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी।