मानसूनी हालातों ने पूर्वांचल में बढ़ाया बादलों का जमघट, बंगाल की खाड़ी से पहुंची नमी ने दी राहत
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पूर्वांचल में मानसूनी सक्रियता का रुख आ चुका है, हालांकि मानसून सोनभद्र के आसपास ही स्थिर होने की वजह से पूर्वांचल में झमाझम बरसात का दौर नहीं है। मगर, अब मानसून दो दिनों के ठहराव के बाद आगे बढ़ने की प्रक्रिया में आने जा रहा है। पूर्वांचल के कई इलाकों में बुधवार की शाम से रात तक बूंदाबांदी भी दर्ज की गई। वहीं मानसून अब इसी के साथ और आगे बढ़ने की ओर अग्रसर हो चुका है। माना जा रहा है कि अब सप्ताह भर में मानसून समूचे पूर्वांचल में असर दिखाने लगेगा और बारिश का दौर शुरू हो जाएगा।
वाराणसी में बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य रहा। आर्द्रता अधिकतम 60 फीसद और न्यूनतम 50 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार पूर्वांचल ही नहीं बल्कि आसपास भी बादलों की आवाजाही का रुख बना हुआ है। मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार इस पूरे सप्ताह बादलों की आवाजाही का रुख बना रहेगा और आर्द्रता में इजाफा होने की वजह से बूंदाबांदी भी होना तय है।
मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मानसून भले ही तय समय से कुछ दिन लेट हुआ हो लेकिन बारिश की परिस्थितियां बनी हुई हैं। वातावरण में नमी बढ़ने के साथ ही अब तापमान में भी कमी का दौर चल रहा है। हालांकि, दिन में उतार चढ़ाव का दौर होने की वजह से पारे में अनियमितता का दौर भी चल रहा है। माना जा रहा है कि अब बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त नमी आने लगी है। इसकी वजह से उमस का भी दौर शुरू हो चुका है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब बारिश की परिस्थिति बन चुकी है। जल्द ही मानसून का असर पूर्वांचल के हलक को तर करता नजर आएगा।