लेखपाल को 10 हजार रुपये घुस लेते एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों दबोचा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, चंदौली. एंटी करप्शन की टीम ने जिले के भ्रष्ट लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ मंगलवार को दबोच लिया। 10 हजार रुपये में खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए लेखपाल पैसे मांग रहा था। छह सदस्यीय अधिकारियों की टीम ने मुगलसराय तहसील के सामने उसे पकड़ा तो क्षेत्र में खूब चर्चा होने लगी।
चन्दौली जिले के मुगलसराय तहसील के समीप से एंटी करप्शन की टीम ने मंगलवार को एक लेखपाल को दस हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया है। इसके बाद आरोपी भ्रष्ट लेखपाल को अलीनगर थाने लाकर एंटी करप्शन के द्वारा घण्टों पूछताछ की गई। बाद में शिकायतकर्ता वसीम खान से तहरीर और साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया में जुट गई है।
खतौनी में नाम दर्ज कराने को लेकर ले रहा था रिश्वत : आपको बता दें कि मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के बहादुरपुर निवासी वसीम खान खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए तहसील का चक्कर काट रहे थे। इसी बीच उनकी मुलाकात बहादुरपुर सर्किल के लेखपाल बजरंगबली विश्वकर्मा से हुई। उन्होंने लेखपाल से खतौनी में नाम चढ़ाने की गुहार लगाई। वसीम खान ने बताया कि लेखपाल के द्वारा नाम चढ़ाने के बदले दस हजार रिश्वत की डिमांड की गई। ऐसे में उन्होंने एंटी करप्शन से संपर्क करके लेखपाल की करतूत की शिकायत की।
लेखपाल को कैश के साथ दबोचा : पीड़ित की शिकायत के बाद एंटी करप्शन की टीम ने छह सदस्यी अधिकारियों की टीम बनाई। मंगलवार को मुगलसराय तहसील के ठीक सामने राम अशीष बिंद के चाय पान की दुकान के सामने शिकायतकर्ता वसीम खान के द्वारा लेखपाल बजरंगबली को रिश्वत के दस हजार दिए गए। मौका देख एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेने वाले लेखपाल को कैश के साथ दबोच लिया। जिसके बाद लेखपाल का हाथ धुलवाया गया तो उसका हाथ और पानी का रंग लाल हो गया।
आरोपी लेखपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज : टीम लेखपाल को हिरासत में लेकर अलीनगर थाने ले आई। साथ ही प्रकरण के संबंध में पूछताछ किया। इसके बाद इसके बाद आरोपी लेखपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू हुई। एंटी करप्शन टीम में निरीक्षक अशोक सिंह, निरीक्षक उपेंद्र सिंह यादव, निरीक्षक विनोद कुमार यादव, शैलेश कुमार राय, सुनील कुमार यादव, अश्वनी कुमार पांडेय शामिल रहे।