बनारस में गंगा से गोमती नदी तक पर्यटकों को सैर कराएगा जलयान, 9 घंटे की होगी काशी दर्शन यात्रा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में गंगा में पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं अब सामने आ रही हैं। बीते दिनों गंगा में पर्यटन को और गति देने के लिए नए पर्यटन स्थलों तक जलयान के सफर को बढ़ाने के प्रयास के क्रम में अब गंगा गोमती संगम तक फेरी को बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। नौ घंटे तक के इस सफर में पर्यटकों को काशी का अनोखा नजारा देखने को मिलेगा।
वाराणसी में गंगा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काशी के गंगा में चलने वाले जलयान का दायरा बढ़ाने की तैयारी चल रही है ।काशी में आने वाले मेहमानों को विवेकानन्द जलयान मार्कंडेय माहादेव धाम तक दर्शन कराएगा। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के विस्तार और वाराणसी के विकास के बाद बनारस में पर्यटकों की आमद में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं संचालित हैं। कई योजनाएं धरातल पर भी आ चुकी हैं और उसका आनंद पर्यटक उठा रहे हैं। शेष योजनाएं जल्दी पूरी हो जाएंगी। सरकार का ज्यादा जोर नौका विहार पर भी है जिससे आने वाले पर्यटक श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का दर्शन करने के बाद मौज-मस्ती कर सकें। अब ये जलयान गंगा से गोमती नदी तक पर्यटकों को लेकर जाएगी और मार्कण्डेय महादेव के दर्शन कराएगी। अभी तक जलयान अध्यात्म, धर्म और इतिहास को समेटे हुए काशी के 84 घाटों का नजारा पर्यटकों को दिखा रही है।
जलयान संचालक विकास मालवीय ने बताया कि रविदास घाट से राजघाट तक अभी जलयान का संचालन हो रहा है। पर्यटक सुबहे -ए-बनारस और घाटों की आरती का अद्भुत नजारा देख रहे थे। अब इसका विस्तार करते हुए जलयान रविदास घाट से मार्कडेंय धाम तक जाएगा। करीब 55 किलोमीटर की यात्रा होगी। गंगा की ये यात्रा नौ घंटे में तय होगी। जलयान पर कुशल गाइड रहेंगे जो पर्यटकों को काशी के धरोहर, धार्मिक ,आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जानकारी देंगे। साथ ही जलयान पर बनारसी खान -पान का भी इंतजाम है।