सई को घर से निकालने में लगी पाखी, भवानी को इस बात का दुख
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. आज के एपिसोड में दिखाया गया कि पाखी बताती है कि उसने सई की वजह से अपने पति को खो दिया और उस पर उसकी मौत का कारण होने का आरोप लगाती है. भवानी पाखी से सहमत होती है और कहती है कि सई ने इस घर की खुशी और बेटे को छीन लिया. भवानी रोते हुए कहती कि उसे कभी काम पर नहीं जाने देना चाहिए था. निनाद कहता है कि उन्हें सई को दोष देना बंद कर देना चाहिए क्योंकि यह उसकी गलती नहीं है और बताता है कि उसके काम का भी उसकी मौत से कोई संबंध नहीं है.
राजीव भी सई का बचाव करता है. भवानी सई पर चिल्लाती है. पाखी बताती है कि सई ने उसके पति के साथ उसका भविष्य छीन लिया, इसलिए वह इस घर में रहने के लायक नहीं है. सई चौंक जाती है और मानसी पाखी को समझाने की कोशिश करती है लेकिन पाखी उसका हाथ पकड़कर दरवाजे की तरफ खींच लेती है लेकिन भवानी उसे रोक देती है और पाखी चौंक जाती है.
पाखी उससे पूछती है कि उसने उसे क्यों रोका और भवानी उसे बताती है कि भले ही सम्राट सई के कारण मर गया, लेकिन वह उसे घर से बाहर नहीं निकलने दे सकती क्योंकि वह गर्भवती है और चव्हाण के वारिस को ले जा रही है, इसलिए उसे प्रोटेक्ट करने की जरूरत है. पाखी हैरान हो जाती है और उससे पूछती है कि वह इतनी पक्षपाती कैसे हो सकती है.
भवानी उसे बताती है कि उसका मतलब यह नहीं था, लेकिन पाखी गुस्सा हो जाती है और सई को शाप देती है कि वह प्रेग्नेंट होने बाद भी अपनी शादी में कभी खुश नहीं होगी, क्योंकि उसने उसके परिवार की खुशियां छीन ली. सब चौंक जाते हैं. एक पोस्टमैन आता है और पार्सल देता है. इस पार्सल में सम्राट ने ट्रिप के लिए जो टिकट बुक किए थे, वो होते हैं, जिसे देखकर वे दुखी हो जाते हैं.