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गाजीपुर में चार दिन में गर्मी और लू से बीमार 50 ने तोड़ा दम

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में 13 से लेकर 16 जून तक तापमान ने कई जिंदगियां लील ली। बदलते मौसम के बीच गर्मी का कहर लोगों को हीट स्ट्रोक की ओर ले जा रहा है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार बीते चार दिनों में 30 लोगों की मृत्यु हुई है जबकि 14 जून को लगभग 20 मरीजों का इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी थी। इसमें ऐसे कई मरीज जिन्होंने जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। हीट स्ट्रोक से ग्रसित मरीज प्रतिदिन पहुंच रहे है। 17 जून को भी 12 मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे थे, जिसमें सात मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है।

भीषण गर्मी के कारण शहर के अस्पतालों में मरीजों की कतार लग रहीं हैं। जिनमें लू, डिहाईड्रेशन, उल्टी-दस्त के साथ ही सबसे अधिक संख्या हीट स्ट्रोक के मरीजों की है। हीट स्ट्रोक के मरीजों की ब्लड प्रेशर बढ़ जाती है। जिससे सहीं समय में इलाज नहीं होने पर मौत हो जा रही है। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात वरिष्ठ फिजीशियन डा. स्वतंत्र सिंह ने बताया कि गर्मी के कारण मरीज एकाएक बढ़े है। कड़ी धूप व उमस भरी गर्मी से मरीज हीट स्ट्रोक के चपेट में आ रहे है। 

गर्मी से बचाव के लिए आवश्यक होने पर ही दिन में घर से निकलना चाहिए। भरपूर मात्रा में पानी पीएं, पसीने को सोखने वाले हल्के कॉटन के कपड़े पहनें, फुल आस्तीन के कपड़े पहन कर ही बाहर जाएं और बाहर निकलने पर सिर व चेहरे के पूरी तरह से ढककर रखें। मरीज को बुखार आने पर तुरंत हीं चिकित्सक की सलाह लें। ओआरएस और ग्लूकोज का सेवन करें। बाहर के खाना से परहेज करें। ताजा खाना खाएं। बुखार आने पर तुरंत ही चिकित्सक की सलाह लें, ओआरएस और ग्लूकोज का सेवन करें साथ ही ताजा खाना खाएं व बाहर के खाने से परहेज करें।

विभाग के अनुसार हीट स्ट्रोक के लक्षण

हीट स्ट्रोक के लक्षण मिलने पर तत्काल चिकित्सकों से सलाह लेकर हीं दवा ले। हीट स्ट्रोक के मरीजों का शुरूआत में पेट या मांसपेशियों में खिंचाव जैसा महसूस होता है। इसके बाद व्यक्ति को बेचैनी होती है, सोचने-समझने की क्षमता बिगड़ जाती है। वहीं शरीर गर्म हो जाता है। इसके लक्षण में त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं। शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है। उल्टी की शिकायत रह सकती है। सिरदर्द हो सकता है और बेहोशी या दौरे भी पड़ सकते हैं। सांस और दिल की धड़कन तेज तेज चल सकती है। ऐसे लक्षण मिलने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।

हीट स्ट्रोक से बचाव

हीट स्ट्रोक से बचाव के लिएि धूप में निकलने से परहेज करना चाहिए। घर से निकलने के दौरान छाता व पगड़ी का इस्तेमाल जरूर करें। नारियल पानी, फल के जूस में नमक डालकर पीना चाहिए। ठंडा पानी, ठंडी छांछ, जलजीरा, आम का पन्ना इस्तेमाल करना चाहिए। बुखार आने पर पर चिकित्सकों से संपर्क करना चाहिए।

उल्टी-दस्त के मरीज पहुंच रहे अस्पताल

मरीजों के इलाज को लेकर जिला अस्पताल में पूरी सुविधाएं उपलब्ध है। कड़ी धूप व उमस भरी गर्मी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डिहाईड्रेशन व बुखार व उल्टी व दस्त से ग्रसित मरीज जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं। मरीजों के सेहत के अनुसार चिकित्सकों की ओर से भर्ती कर इलाज करायी जा रहीं है।-डा. राजेश सिंह, सीएमएस

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