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बलिया में 5वीं की छात्रा ने गांव में ही खोल दी पाठशाला, बच्चों को मुफ्त दे रही शिक्षा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. बलिया जिले में शिक्षा की अलख जगाने का एक छात्रा का प्रयास इन दिनों खूब चर्चा में है। छात्रा की उम्र मात्र 13 साल है और वह अभी कक्षा पांच की छात्रा है। छात्रा ने अपने ही प्रयासों से कक्षा शुरू की और बच्‍चों को शिक्षा के लिए एक छत के नीचे ऐसा मंच दिया कि पढ़ने की इच्‍छा स्‍वत:स्‍फूर्त ढंग से ही छात्रों में होने लगी। अब खेल कूद के साथ पढ़ाई का यह तौर तरीका क्षेत्र में काफी चर्चा में आ गया है।

बलिया जिले का एक पिछड़ा हुआ क्षेत्र सिकंदरपुर, जहां कक्षा पांच की छात्रा स्वीटी गांव में शिक्षक बनकर बच्चों को पढ़ाती नजर आएं तो चौंकने की जरूरत नहीं। दरअसल स्‍वीटी क्षेत्र में जाना माना नाम हैं। आपको यकीन नहीं हो रहा होगा, लेकिन यह सत्य है। यहां बात सरकारी शिक्षक बनने की नहीं हो रही है। 

मन में सेवा का भाव आया और वह छात्रा अपनी पढ़ाई के साथ गांव के बच्चों के लिए भी अपनी स्वयं की एक पाठशाला खोल दी है। उसमें पढ़ाती भी हैं। उस पाठशाला में 36 बच्चे पढ़ने के लिए पहुंचते हैं। बड़ी बात यह भी वह किसी से कोई शुल्क नहीं लेती। यहां पर पढ़ाई में सबकुछ निश्शुल्क है। यह देख गांव के लोग कहते हैं, एक दिन यह छात्रा बहुत आगे जाएगी।

छात्रा स्वीटी चक हाजी उर्फ शेखपुर गांव की निवासी है। उसकी उम्र 13 वर्ष है। अपने विद्यालय में भी स्वयं की मेधा का परिचय दे रही हैं। मेधावी होने के साथ वह साहसी भी हैं। इस उम्र में अकेली ट्रेन से दिल्ली तक अपने चाचा से मुलाकात करने चली जाती हैं। बातचीत में छात्रा ने कहा कि अपनी पढ़ाई के साथ गांव के बच्चों को पढ़ाई करने में मन लगता है। इससे स्वयं के ज्ञान में पढ़ाई से भी ज्यादा वृद्धि होती है। बताया कि बच्चों को जो भी पाठयक्रम पढ़ाती हूं, वह मुझे भी कंठस्थ याद हो जाता है। अपने छोटे उम्र के बच्चों के बीच रहने में ऐसा लगता है मानो अपने ही परिवार के बीच में हूं।

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