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अपने बच्चों को जीते जी दान कीजिए प्रापर्टी, नहीं लगेगी स्टांप ड्यूटी, शपथ पत्र भी होगा खत्म

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. अगर आप जीतेजी अपने बच्चों को प्रापर्टी दान करना चाहते हैं तो आपके लिए एक राहत भरी खबर है। अब को स्टांप ड्यूटी देने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। सरकार आपके लिए जल्द ही एक योजना लाने वाली है, जिसमें आप बिना स्टांप ड्यूटी के ही अपने खून के रिश्ते में अपनी प्रापर्टी दान कर सकते हैं। यह बातें स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने सोमवार को चौकाघाट के पद्मविभूषण गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल में सोमवार को वित्त एवं कारपोरेट कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित आइकानिक सप्ताह के शुभारंभ के बाद दी।

पिता की मृत्यु के बाद स्वत: ही प्रापर्टी पत्नी या बच्चों के नाम हो जाती है। हालांकि, अगर अगर कोई एक करोड़ की अपनी पापर्टी यानी घर आदि जीतेजी ही अपने बच्चों के नाम करना चाहता है तो उसे सात प्रतशित यानी करीब सात लाख रुपये की स्टांप ड्यूटी वहन करनी पड़ती है। जायसवाल ने बताया कि इस योजना के लागू होने से करोड़ों लोगों को लाभ मिलेगा। जो लोग पैसे के अभाव में यह सपना पूरा नहीं कर पाते हैं उनके लिए यह राहत है।

इसके साथ ही जायसवाल ने पांच रुपये के स्टांप टिकट को छापने में साढ़े सात से 10 रुपये तक का खर्च आ रहा है। ऐसे में इस टिकट को अब सिर्फ ई-टिकट करने की तैयारी की गई है। ताकि अतिरिक्त खर्च बचे। इसके अलावा 10 रुपये के शपथ पत्र को भी खत्म करने पर मंथन चल रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसी व्यवस्था की जाएगी ताकि 10 रुपये के शपथ पत्र की वैल्यू खत्म करन सादे कागज पर भी शपथ भरा जा सके। इससे लोगों को 10 रुपये के जो शपथ पत्र के साथ ही अन्य अनावश्यक खर्च करने पड़ते थे वह बच जाएंगे।

मालूम हो कि प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली विज्ञान भवन से जन-समर्थ पोर्टल को लोकार्पण व पांच नए सिक्कों विमोचन किया। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत वित्त मंत्रालय व कारपोरेट कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम का पद्मविभूषण गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल सहित देश के 75 जिलों में सजीव प्रसारण किया गया। जन-समर्थ एक सिंगल विंडो राष्ट्रीय पोर्टल है। यह पोर्टल सरकारी योजनाओं से जुड़े सभी लाभार्थियों को सहजता व सुविधा प्रदान करेगा। इससे लाभार्थी अब लाग इन करने के साथ ही योजनाओं की पात्रता संबंधित सभी मानदंडों को देख सकेंगे। साथ ही वे आनलाइन आवेदन भी कर सकेंगे हैं। वे लोन का भी आवेदन इस पोर्टल के माध्यम से कर सकते हैं।

पांच अलग-अलग मूल्यवर्ग के जिन नए सिक्कों का भी विमोचन हुआ उस पर आज़ादी के अमृत महोत्सव वाले प्रतीकचिन्ह (लोगाे) से सुसज्जित है। इस कार्यक्रम में मंत्री रवींद्र जायसवाल के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के आयकर विभाग के मुखिया प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त एचबीएस गिल, प्रयागराज की प्रधान आयकर आयुक्त अाभा काला चंदा, वाराणसी से प्रधान आयकर आयुक्त देवाशीस चंदा, अपर आयकर आयुक्त लियाकत अली आफाकी के साथ ही आयकर विभाग, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमा शुल्क बोर्ड के अधिकारी, बैंक, बीमा कार्यालय के अधिकारियों के साथ ही आसिम जफर, ओपी शुक्ला, सीए सुदेशना बसु, पूनम अग्रवाल आदि भी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन रेणुका शॉ ने किया।

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