गाजीपुर में तापमान के साथ ओपीडी में डायरिया के बढ़े मरीज - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में गर्मी व तेज धूप के कारण लोग हर रोज बीमार पड़ रहे हैं। सोमवार को गोरा बाजार स्थित जिला अस्पताल में पैर रखने तक के लिए स्थान नहीं था। जिला अस्पताल के ओपीडी भीड़ इस कदर रही कि रोगियों को इलाज देने में डाक्टर भी परेशान रहे। डाक्टरों का कहना है कि तेज धूप व गर्मी के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। इससे बचाव अति आवश्यक है।
जिला अस्पताल में सुबह नौ बजे से हीं पर्ची कटाने के लिए के लिए भीड़ लग रहीं है, मरीज सहित उनके साथ आए तीमारदार आपस में धक्का-मुक्की करते रहे। सुरक्षाकर्मी मरीजों के तीमारदारों को कतार में खड़ा करने में जुटे रहे। गर्मी का तापमान बढ़ने के साथ डायरिया का फैलाव भी ज्यादा हो रहा है। जून माह में तेज झुलसा देने वाली गर्मी हालत खराब कर रही है। तेज गर्मी व गंदे पानी से डायरिया के मरीज ज्यादा बढ़ रहे हैं। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों में 45 प्रतिशत मरीज अकेले डायरिया व पेटदर्द से संबंधित होते हैं। चिकित्सक मामूली पीड़ितों को दवा देकर घर जाने की छुट्टी कर रहे हैं। जबकि गंभीर मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।
दवा काउंटर पर लगी रहीं भीड़
जिला अस्पताल में स्थित नि:शुल्क दवा काउंटर पर दवा लेने के लिए मरीजों की भीड़ जुट रहीं है। काउंटर पर दवा देने के लिए विभाग की ओर से चार फार्मासिस्ट की तैनाती की गयी है, लेकिन इसके बाद भी मरीजों सहित तीमारदारों को दवा लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गर्मी से होती परेशानी
जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड डायरिया के मरीजों से भरा पड़ा है। वार्ड में भर्ती मरीजों ने बताया कि पंखा चलता है, लेकिन दस बजे के बाद गर्मी से परेशानी होती है। वार्ड में भर्ती मरीजों के साथ तीमारदारों ने एसी लगाने की मांग की। उन्होने कहा कि वार्ड में विभाग की ओर से एसी लगाना चाहिए। जिससे मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
चिकित्सक मरीजों को बचाव के लिए दे रहे सुझाव
जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को कड़ी धूप व बीमारियों से बचाव के लिए सुझाव दे रहे है। चिकित्सकों ने बताया कि धूप व लू में निकलते समय गमछा, टोपी, छाता आदि का इस्तेमाल करें। ठंडे पेय पदार्थों बेल जूस, आम का पना, पुदीना व शरबत आदि का सेवन ज्यादा करें। बासी खाना खाने से बचें, ताजा भोजन करें। दूषित व गंदे पानी का सेवन न करें, स्वच्छ पानी पिएं। बाजार के अधिक तैलीय खाद्य पदार्थों का सेवन ज्यादा न करें। बच्चों को धूप व लू में बाहर खेलने न जाने दें। शरीर में पानी की कमी महसूस होने पर ओआरएस व नमक चीनी का घोल पिएं। बुखार सहित दस्त की स्थिती होने पर चिकित्सकों से सुझाव लेकर हीं दवाएं ले।
बेहतर इलाज के दिए निर्देश
जिला अस्पताल में आए रोगियों का बेहतर इलाज किया जा रहा है। जो भी परेशानी या समस्या है उसे दूर किया जा रहा है। हालांकि, एक समस्या दूर हो रही है तो दूसरी सामने खड़ी हो जा रही है। डाक्टरों को बेहतर इलाज देने का सख्त निर्देश दिया गया है। स्वयं अस्पताल घूम कर देखा और जहां भी कमियां मिली उसे दुरुस्त करने का निर्देश दिया।-डा. राजेश सिंह, सीएमएस