गाजीपुर में सीवर लाइन की खुदाई से सड़कें सत्यानाश, जिम्मेदार विभाग मूकदर्शक
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले (Ghazipur City News) में जीवनदायिनी मां गंगा नदी में मिलने वाले नालों से होने वाले जल प्रदूषण से बचाने के लिए चल रही सीवर लाइन की योजना विगत कई महीनों से शहर वासियों के लिए सिरदर्द और जी का जंजाल बन गई है। सबसे ज्यादा दिक्कत, तकलीफ और असुविधा शहर वासियों को अब हो रही है, जब वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए पाइप लाइन बिछाने के नाम पर पूरा शहर खोद दिया गया है।
स्थानीय रमेश ने बताया कि छोटी-छोटी गलियों को भी नहीं बख्शा गया है। जिनमें दो दुपहिया वाहनों का भी एक साथ निकलना मुश्किल होता है। मुन्ना ने बताया कि लोगों के घरों में महीने भर में जितनी धूल जमती थी, वह आज रोज जम रही है। इसके दूरगामी परिणाम खांसी और फेफड़ों की बीमारी के रूप में भी हो सकते हैं।
बढ़ रही सड़क दुर्घटना
बची सड़क पर वाहन चलाने वाले लोग और अच्छी जगह की तलाश में वाहन आपस में टकरा रहे हैं। जिससे दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम पर नगर पालिका और जलनिगम प्रशासन मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रहा है। वरुण ने बताया कि यह बात अत्यंत ध्यान देने योग्य है कि आने वाले दो-तीन हफ्तों में मानसून या प्री-मानसून की झड़ी लग सकती है। जिससे इस समस्या में कई गुनी वृद्धि हो जाएगी, और मिट्टी और पानी से बने कीचड़ और दलदल के कारण लोगों का पैदल चलना तक दूभर हो जाएगा।
स्वच्छता की दी जा रही दुहाई
एक तरफ जहां नगर पालिका एवं प्रशासन स्वच्छता की दुहाई देते हुए स्वच्छता अभियान के नाम पर हूटर बजाने एवं स्वच्छता शपथ लेने की औपचारिकता कर रहा है। वहीं दूसरी ओर सीवर लाइन की खुदाई के दौरान निकलने वाली मिट्टी से नालियां भरी हुई है और बजबजा रही हैं। सीवर लाइन बिछाने की कार्यदाई संस्था जल निगम के अधिशासी अभियंता मुकेश पाल ने बताया कि हम लोगों का पूरा प्रयास है कि मानसून से पहले सभी सड़कें मरम्मत कर दी जाए।