गंगा सतलज एक्सप्रेस को बम से उड़ाने की धमकी, कैंट स्टेशन पर ट्रेन की सघन तलाशी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. गंगा सतलज एक्सप्रेस में बम होने की धमकी मिलने के बाद रविवार की सुबह कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की सघन जांच के बाद ही उसे सुबह करीब 8.45 बजे रवाना किया गया। ट्रेन में बम होने की धमकी मिलने के बाद कई स्टेशनों पर अलर्ट जारी कर दिया गया और स्टेशन पर सघन जांच शुरू कर दी गई।
रेलवे सूत्रों के अनुसार तड़के ट्रेन में बम होने और उसे बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद से ही विभाग में हड़कंप मच गया। आनन फानन ट्रेन के कैंट स्टेशन पहुंचने के बाद सभी बोगियों में रेलवे सुरक्षा बलों ने जांच पड़ताल शुरू कर दी। जांच के दौरान संदिग्ध वस्तुओं और यात्रियों से पूछताछ की गई। पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही ट्रेन को रवाना किया गया।
गाड़ी संख्या 13307 गंगा सतलज को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद कैंट स्टेशन पर अलर्ट करने के साथ ही ट्रेन रोककर सघन तलाशी ली गई। ट्रेन में सघन तलाशी लेने के दौरान संदिग्ध वस्तुओं की पड़ताल करने के साथ ही टीम ने सक्रियता के साथ सभी बोगियों को एक एक कर खंगाला और जांच करने के बाद ही ट्रेन को आगे रवाना किया गया।
गंगा सतलज एक्सप्रेस को बम से उड़ाने की धमकी के बाद स्टेशन पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई। स्टेशन परिसर में सुरक्षा दस्तों ने कड़ी निगरानी करने के साथ ही सभी प्रमुख ट्रेनों में निगरानी बढ़ा दी। इसके अतिरिक्त ट्रेन की सुरक्षा के मद्देनजर आगे के स्टेशनों पर भी ट्रेन की निगरानी की जा रही है। वहीं अन्य स्टेशनों पर भी सुरक्षा कड़ी करने के साथ अन्य ट्रेनों की बोगियों में भी जांच पड़ताल की गई। वाराणसी कैंट स्टेशन पर ट्रेन की सघन तलाशी के दौरान रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी के साथ रेल अधिकारी और सुरक्षा दस्ता भी मौजूद रहा। वहीं अचानक रेल में सतर्कता की वजह से यात्री भी भयभीत नजर आए।
वॉकी टॉकी पर मिली सूचना
मिली जानकारी के अनुसार धनबाद से चलकर फिरोजपुर जाने वाली गंगा सतलाज एक्सप्रेस सुबह 5.58 बजे कैंट स्टेशन स्थित प्लेटफार्म नंबर पांच पर पहुंची। आंशिक ठहराव लेकर यह ट्रेन सुबह 6.05 बजे गांतव्य को प्रस्थान हुई। ट्रेन कुछ दूर आगे बढ़ी ही थी कि किसी ने लोको पायलट उपेंद्र कुमार सिंह को अंदर बम होने की सूचना दी। लोको पायलट ने रेलवे कंट्रोल को इस वाकए से अवगत कराया। ट्रेन को वापस प्लेटफॉर्म पर लेकर सभी बोगियों में सघन तलाशी अभियान चलाया गया। निदेशक आनंद मोहन के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने यात्री बोगियों के आलावा पार्सल, एसएलआर, शौचालय और पॉवर यान की गहन जांच की। करीब ढाई घंटे तक ट्रेन खडी रही। निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।