घर बनाना हुआ महंगा, बालू के साथ गिट्टी के दाम भी बढ़े, जानें अब कितना करना होगा खर्च
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ/पटना. Balu Ka Rate Kya Hai? बालू के अवैध खनन व भंडारण को लेकर जिला प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है। इसके कारण अवैध बालू खनन में ठहरावा आ गया है। बालू मनमानी कीमत पर बेची जा रही है। इसके साथ बाजार में गिट्टी की भी कीमत में गरमाहट है। एक ट्रैक्टर यानी 100 सीएफटी बालू की कीमत बिचौलिये 6500 रुपये वसूल रहे हैं। भवन बनाने में महत्वपूर्ण सामग्री गिट्टी एक माह पूर्व जो 5200 रुपये में मिल रही थी, वह अब 6200 रुपये प्रति टाली पहुंच गई है।
इसका एक मात्र कारण उत्तर प्रदेश के अरौरा से गिट्टी का आपूर्ति होना बताया गया है। झारखंड के कोडरमा, छतरपुर से आपूर्ति बाधित होना भी इसका कारण है। डालटेनगंज से गिट्टी बहुत कम आ रही है। गया के मानपुर से गिट्टी आपूर्ति विस्फोट नहीं होने से बंद है। आलम यह है कि बाजार में बालू की कीमत दोगुनी से ज्यादा हो गई है। आम जनता बालू के लिए दर-दर भटक रही है।
फिर भी उन्हें जरूरत के मुताबिक बालू नहीं मिल पा रही है। अगर बालू मिल भी रही है तो इसके लिए उन्हें दोगुनी से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है। बिचौलिया जरूरतमंदों से मनमानी कीमत वसूल रहे हैं। इसके पीछे बालू की किल्लत बताई जा रही है। जबकि प्रशासन का दावा है कि जिले में बालू के पर्याप्त भंडार हैं। कहीं कोई दिक्कत नहीं है।
एक जून से पहले एक टाली बालू की कीमत 2700 से 3500 रुपये थी। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकार भंडारण किए गये 100 सीएफटी बालू की कीमत विगत साल में चार हजार रुपये निर्धारित की थी, लेकिन के-लाइसेंस धारी को बाजार में बालू को लाने में भाड़ा, लदान आदि खर्च को वहन करना पड़ता है। इसका सारा भार ग्राहक को ही भुगतना पड़ता है। गत दिसंबर व नवंबर माह में जिले में एक साथ 45 कंपनियां बालू घाटों का खनन कर रही थीं। इसलिए बाजार में बालू की आपूर्ति थी, इसलिए बालू का कीमत आधे पर थी।