भीषण गर्मी में कुत्ते हुए अक्रामक, बलिया में 52 लोगों को काटा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. भीषण गर्मी ने जानवरों को भी बेचैन कर दिया है। गर्मी का आलम यह है कि गांवों में कुत्ते हमलावर हो गए हैं। जिला अस्पताल के साथ ही सभी सीएचसी पर कुत्ते काटने के रोजाना 80 से 90 मामले पहुंच रहे हैं। सोमवार को दोपहर तक सीएचसी सीयर में कुत्तों के काटने के चलते 52 बच्चे रेबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंचे। गांवों में कुत्तों की इस स्थिति को देख हुए ग्रामीण बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।
उधर, जिला मुख्यालय से रेबीज इंजेक्शन की एक मुश्त आपूर्ति न होने से मुख्य फार्मासिस्ट महेश पांडेय चिंतित नजर आए। बताया कि रेबीज इंजेक्शन की खपत को देखते हुए इसकी उपलब्धता बनाए रखना काफी मुश्किल साबित हो रहा है। जिले से एक मुश्त आपूर्ति न होने से खुद ही जिला मुख्यालय जाकर इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करानी पड़ रही है। अस्पताल में आए दिन होने वाली घटनाओं को देखते हुए भय लगा रहता है कि रैबीज इंजेक्शन की अनुपलब्धता के चलते कब कोई मरीज कर्मचारियों से दुर्व्यवहार कर बैठे।
गर्मी में खूंखार क्यों हो जाते हैं कुत्ते
शोध के अनुसार, कुत्तों में पसीना निकलने वाली ग्रंथि नहीं होती है, जिसके कारण उसका शरीर और अधिक गर्म हो जाता है। साथ ही, कुत्तों को ठंडी जगह भी नहीं मिल पाती। प्यास बुझाने के लिए भी भटकना पड़ता है। भूख भी लगी होती है। जमीन गर्म होने से कुत्तों के पैर का तलवा भी जलता है और पैर में छाले पड़ जाते हैं। इन सभी कारणों की वजह से कुत्ते अधिक खूंखार हो जाते हैं।