सैदपुर यूनियन बैंक की हर चूक से वाकिफ थे चोर, पुलिसिया सुरक्षा की भी खुली पोल - Saidpur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सैदपुर यूनियन बैंक (Union Bank Saidpur) की शाखा की छत काटकर स्ट्रांग रूम में घुसे चोर बैंक की हर चूक से वाकिफ थे। जिस तरीके से घटना को अंजाम दिया है, उससे यह भी प्रतीत हो रहा है, वह काफी दिनों से रेकी भी कर रहे होंगे। बाजार में सड़क के ठीक किनारे स्थित बैंक में इतनी बड़ी वारदात होना पुलिसिया सुरक्षा-व्यवस्था का भी पोल खोल रहा है।
चोरों ने इतने बड़े मकान की छत को वहीं काटा, जिसके नीचे स्ट्रांग रूम था। स्ट्रांग रूम के ऊपर की छत काटना वह भी पंखे के बगल में यह बता रहा है कि चोरी से पहले चोरों के गिरोह ने पहले बैंक (Union Bank Saidpur) के अंदर जाकर देखा होगा। चोरों को यह भी पता था कि पीछे कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। आश्चर्य की बात यह है कि स्ट्रांग रूम में न कैमरा लगा था और न ही सेंसर, जिससे चोरों के बारे में कोई सुराग लग सके। बैंक के आसपास दुकान होने का भी फायदा चोरों ने उठाया।
उन्हें पता था कि शाम को दुकान बंदकर दुकानदार घर चले जाते हैं। ऐसे में रात में इत्मिनान से कटर मशीन से छत काटने पर कोई आवाज भी सुनने वाला नहीं है। अंदेशा यह भी है कि पिछले दो दिनों से वैवाहिक कार्यक्रम होने के कारण पटाखों और बैंडबाजों का भी लाभ चोरों ने छत काटने के दौरान उठाया होगा। वैसे इस चोरी का पर्दाफाश करना पुलिस के लिए भी चुनौती है। बैंक के सामने सड़क, पूरब में खाली प्लाट, पश्चिम में एफडीएफसी बैंक व पीछे खाली है।
कटर मशीन से काटी छत
पुलिस को अंदेशा है कि 12 इंच मोटी छत को काटने के लिए कटर मशीन का प्रयोग किया गया है। संभव है कि बैंक के पास से गुजर रही बिजली लाइन से कटिया फंसाकर चोरों ने बिजली वाले कटर मशीन का इस्तेमाल कर छत और लाकर को काटा। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बिना बिजली के कटर मशीन से छत को काटना संभव नहीं है।
स्ट्रांग रूम में सक्षम अधिकारी को ही अनुमति
यूबीआइ के मुख्य प्रबंधक सुरक्षा आलोक प्रकाश ने बताया कि पूर्वांचल में यूबीआइ के किसी भी शाखा में अब तक ऐसी घटना नहीं हुई थी। हम लोग मामले का पर्दाफाश करने में पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे। बताया कि इस शाखा में 16 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन स्ट्रांग रूम में कैमरे नहीं लगते हैं। स्ट्रांग रूम में बगैर किसी सक्षम अधिकारी के कोई नहीं जा सकता। बताया कि गेट पर सेंसर लगा रहता है, लेकिन चोरों ने छत के रास्ते प्रवेश किया। इसलिए सेंसर की आवाज नहीं आई होगी।
बैंक खुला, स्ट्रांग रूम को किसी ने नहीं देखा
एलआइसी आइपीओ के लिए रिजर्व बैंक के निर्देश पर सभी बैंकों की तरह यूबीआइ की स्थानीय शाखा भी दो घंटे के लिए रविवार को खुली थी। तीन बैंककर्मी आए थे और एलआइसी आइपीओ से संबंधित कार्य किए, लेकिन स्ट्रांग रूम की तरफ नहीं गए। इस लिए यह स्पष्ट नहीं हो सका कि चोरों ने घटना को शनिवार या रविवार की रात में अंजाम दिया।
इसी छत पर हुई थी सुशील गुप्ता की हत्या
करीब तीन वर्ष पहले यूबीआइ शाखा भवन की छत पर परिवार के साथ रह रहे सुशील गुप्ता की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी और उनकी पत्नी को राड से मारकर घायल कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने रामबाबू सोनकर, राजू निषाद समेत अन्य को जेल भेजा था। सुशील यूबीआइ शाखा के छत पर कमरे में किराए पर रहते थे। एक अगस्त 2019 को बदमाशों ने सुशील गुप्ता को गोली मारकर हत्या कर दी थी और जेवर लूट लिए थे।