कासिमाबाद में 29 बीघा जमीन में घोटाला, प्रभारी रजिस्ट्रार निलंबित, लेखपाल पर होगी कार्रवाई
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के सलामतपुर, सनेहुंआ और महुली बांध में 29 बीघा भूमि के आवंटन में उपजिलाधिकारी कासिमाबाद की जांच रिपोर्ट पर प्रभारी रजिस्ट्रार सुमित कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही तत्कालीन लेखपाल को निलंबित करने की संस्तुति की गई है। वहीं, उपजिलाधिकारी ने पट्टे को निरस्त करने के साथ भूमि के आवंटन की स्वीकृति प्रदान करने में शामिल उच्चाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पूरी पत्रावली जिलाधिकारी को प्रेषित कर दी है।
तहसील क्षेत्र के पूर्व अधिकारियों के द्वारा पूर्व प्रधान से मिलीभगत कर 2021 में क्षेत्र के सलामतपुर महूंली बांध सनेहुआ सहित तीनों गांव की सभी बंजर भूमि का आवंटन कर दिया गया था। इस मामले को लेकर ग्राम प्रधान जितेंद्र कुमार ने पूर्व के अधिकारियों और कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए पूरी पत्रावली जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी को सौंपते हुए इस घोटाले में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग सहित पट्टे को निरस्त करने की मांग की थी।
एसडीएम की रिपोर्ट पर हुई कार्रवाई
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने कासिमाबाद एसडीएम को जांच सौंपी थी। इसी जांच के बाद रिपोर्ट के आधार पर वर्तमान में लेखपाल और प्रभारी रजिस्ट्रार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और लेखपाल अखिलानंद तिवारी को निलंबित करने के लिए शिवराज उप जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई। यह मामला उस समय प्रकाश में आया जब रजिस्ट्रार कानूनगो के द्वारा अमल करते हुए खतौनी में दर्ज कर लिया गया।
ग्रामीणों में खुशी
जैसे ही खतौनी में भूमि आवंटन की किसानों के नाम चढ़ी अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए । मामले कि लेकर ग्राम प्रधान का कहना है कि पूर्व कार्रवाई का रजिस्टर ग्राम प्रधान को अब तक अधिकारियों द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया। इस पट्टे की जमीन घोटाले में कार्रवाई को लेकर क्षेत्रीय ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है।