10 किलोवाट तक के कनेक्शन पर बुनकरो को सब्सिडी देने की तैयारी में योगी सरकार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में पावरलूम बुनकरों के 10 किलोवाट तक के बिजली कनेक्शन पर प्रदेश सरकार फ्लैट रेट पर सब्सिडी दिए जाने पर विचार कर रही है। बुनकर नेताओं से बातचीत और सहमति के बाद सरकार इसे लागू करेगी। इसके लिए प्रस्तावित अटल बिहारी वाजपेयी बुनकर फ्लैट रेट योजना पर सालाना करीब 642 करोड़ रुपये का व्ययभार अनुमानित किया गया है।
2.39 लाख बुनकरों को मिलेगा योजना का लाभ
इस योजना के लागू होने पर राज्य के 2 लाख 39 हजार 480 बुनकर लाभान्वित होंगे। मिली जानकारी के मुताबिक इस योजना का प्रस्तुतिकरण मुख्यमंत्री के समक्ष किया जा चुका है। योजना के तहत पांच किलोवाट तक के कनेक्शन लेने वाले बुनकरों को शामिल किया गया है जिनकी संख्या 2 लाख 26 हजार 480 है। प्रस्तुतीकरण में सीएम को बताया गया कि पांच किलोवाट तक के कनेक्शनों पर 240 यूनिट तक बिल की सब्सिडी दिए जाने पर ग्रामीण क्षेत्र में बुनकरों को 250 रुपये और शहरी क्षेत्र में 300 रुपये महीने का लाभ बुनकरों को होगा। इस योजना पर सालाना करीब 600 करोड़ का व्ययभार आएगा।
सीएम के निर्देशों के मुताबिक बुनकरों से होगी बातचीत
बताया जाता है कि सीएम ने कहा कि कनेक्शन की क्षमता और बढ़ाते हुए अधिक से अधिक बुनकरों को शामिल किया जाए। जिसके बाद 5 से 10 किलोवाट तक के कनेक्शन वाले 13 हजार पावरलूम बुनकरों को भी योजना में शामिल करने की तैयारी की गई है। इनको शामिल करने के बाद सालाना व्ययभार 642 करोड़ रुपये आ रहा है। गुरुवार को खादी भवन में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में एमएसएमई, खादी ग्रामोद्योग तथा हथकरघा मंत्री राकेश सचान ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के मुताबिक जल्द ही बुनकरों से बातचीत की जाएगी। सहमति लेने के बाद इस योजना को लागू किया जाएगा।
कपास की खेती बढ़ाने के लिए बनेगा रोड-मैप
उन्होंने बताया कि प्रदेश में खादी का उत्पादन बढ़़ाने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे-छोटे उद्योगों को स्थापित कराकर अधिक से अधिक रोजगार सृजन किया जाएगा। खादी की मांग के अनुपात में उत्पादन नहीं हो रहा है। राज्य में कपास की खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा। कृषि विभाग से समन्वय स्थापित कर किसानों को कपास की खेती के लिए प्रेरित किया जाएगा। उपज की खरीद का इंतजाम भी किया जाएगा। इसके लिए रोड-मैप तैयार किया जाएगा।