यूपी-बिहार रेल पुलिस मिलकर रोकेगी ट्रेनों में होने वाले अपराध, इन स्टेशनों पर रहेगी खास नजर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. ट्रेनों में होने वाली आपराधिक घटनाओं पर नकेल कसने के लिए अब यूपी-बिहार की रेलवे पुलिस संयुक्त रूप से अंभियान चलाएगी। इसके लिए शुक्रवार को पटना जंक्शन पर हुई दोनों राज्यों के रेल पुलिस के अधिकारियों की समन्वय बैठक में सांझा रणनीति बनाई गई।
दोनों राज्यों की रेल पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय अपराधियों की सूची व तस्वीर के साथ ही उनके बारे में विस्तृत जानकारी एक-दूसरे से साझा की। ट्रेनों में होने वाले अपराध की नई-नई शैली पर विस्तृत चर्चा की गई। बिहार रेल पुलिस की ओर से सबसे अधिक चर्चा शराब तस्करी रोकने को लेकर की गई। बताया गया कि दानापुर-पीडीडीयू रेल खंड के बीच के तस्करों द्वारा स्टेशनों से शराब की बड़ी खेप चढ़ाई जाती है। इसके लिए शुरू के स्टेशन पर ही विशेष चेकिग का अनुरोध किया गया।
किसी भी बड़ी घटना के बाद दोनों राज्यों की रेल पुलिस आपस में मिलकर संयुक्त रूप से अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया। अंतरराज्यीय रेल पुलिस के समन्वय बैठक में सीमा क्षेत्रों के अपराध में शामिल रहे अपराध कर्मियों की गतिविधि के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में वाराणसी रेल पुलिस के डीएसपी सुनील कुमार सिंह, डीडीयू जंक्शन के इंस्पेक्टर सुरेश प्रसाद सिंह, मीरजापुर रेल पुलिस के इंस्पेक्टर हरिशरण यादव, पटना मुख्यालय डीएसपी सुशांत कुमार चंचल, पूर्वी डीएसपी फिरोज आलम, पश्चिमी डीएसपी प्रशांत कुमार, पटना रेल थानाध्यक्ष रंजीत कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर सुशील कुमार, दानापुर रेल थानाध्यक्ष रणधीर कुमार, बक्सर रेल थानाध्यक्ष रामाशीष प्रसाद, सुशील कुमार आदि शामिल हुए।
इन स्टेशनों पर रहेगी खास नजर
बारा, गहमर, भदौरा, करहियां, दिलदारनगर, जमानियां आदि स्टेशनों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। बिहार के तस्कर यूपी से शराब की तस्करी कर इन स्टेशनों से ट्रेन से ले जाने में कामयाब हो जाते हैं। इस दौरान कई बार पकड़े भी जाते हैं।