गाजीपुर जिले के दो सौ किसानों के खातों में नहीं आया गेहूं का पैसा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में गेहूं खरीद कम होने के पीछे कई समस्याएं आड़े आ रही है। शासन के निर्देश के बावजूद कुछ एजेंसियों के केंद्रों पर 48 घंटे में गेहूं बिक्री का पैसा नहीं मिल रहा है। दो सौ किसानों के खातों में करीब एक सप्ताह बाद भी पैसा नहीं आया। यहीं वजह है कि किसान नकद भुगतान के लिए ही गेहूं कारोबारियों को बेच देता है।

गेहूं क्रय करने के लिए स्थापित 73 क्रय केंद्रों में खाद्य विभाग के 17, पीसीएफ के 19, यूपीपीसीयू के 23, मंडी समिति संबद्ध एफपीओ और एफपीसी के एक-एक व भारतीय खाद्य निगम के एक क्रय केंद्र संचालित है। एफपीओ, एफपीसी व भारतीय खाद्य निगम से खरीद न के बराबर है। अब तक केंद्रों पर 2037 किसानों से 8895 टन की खरीद हुई है, जिसमें से 1837 किसानों के खाते में पैसा आ गया है। अभी 200 किसानों को भुगतान का इंतजार है। खाद्य विभाग के क्रय केंद्रों पर किसानों का भुगतान तो समय से हो जा रहा है, लेकिन कुछ एजेंसियों के केंद्रों पर समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है।

केंद्र सरकार के निर्णय से खरीद में आ सकती तेजी

केंद्र सरकार ने बढ़ती मंहगाई पर अंकुश लगाने के लिए गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी है, जिससे गेहूं का घरेलू बाजार भाव तेजी से कम होने की संभावना जताई जा रही है। अब खुले बाजार में गेहूं खरीदारों में कमी आएगी। जिससे किसान क्रय केंद्रों पर बेचने के लिए जाएंगे।

पिछले दो दिनों से घट रहा गेहूं का मूल्य

मिट्ठापारा के गेहूं के थोक व्यापारी संतोष यादव ने बताया कि शनिवार को जैसे ही बाजार में पता चला कि गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी गई है। सुबह से शाम तक में बाजार भाव में तेजी से गिरावट आई। शनिवार को सुबह गेहूं का मंडी भाव 2000 रुपये का था जो शाम तक 1900 रुपये पर आ गया। रविवार की सुबह बाजार भाव 1875 रुपये का रहा। दो दिनों में गेहूं के बाजार भाव में 125 रुपये की गिरावट बड़ी गिरावट है।

क्रय केंद्रों पर की गई खरीद

खाद्य विभाग-5017, पीसीएफ-1753, यूपीपीसीयू-1434, एफपीओ-5.7, यूपीएसएस-486, भारतीय खाद्य निगम-199

गेहूं खरीद के बाद किसानों का तेजी से भुगतान किया जा रहा है, जो किसान जिस तिथि को गेहूं बेच रहा है उस तिथि से 48 से 72 घंटे में भुगतान हो रहा है।- रतन शुक्ला, जिला विपणन अधिकारी

 
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