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एक करोड़ का अनाज लेकर भागने वालों पर लगेगा गैंगस्टर, कुर्क होगा मकान - Ghazhipur News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर निवासी गल्ला व्यवसायी बंटी जायसवाल और उसके भाई राजापुर सहित कई गांवों के किसानों का करीब एक करोड़ से अधिक का अनाज लेकर फरार हो गए। मुकदमा दर्ज करने के बाद भी कार्रवाई न होने पर किसानों ने जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह व पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह से मुलाकात कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। डीएम ने सभी आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर और उनका मकान कुर्क कराने की कार्रवाई का आश्वासन दिया।

शुक्रवार को गांव राजापुर के किसान हरेंद्र राय, संतोष कुमार राय, मृत्युंजय राय, मनीष राय, आशुतोष राय, राजेश सिंह यादव, नरेंद्र प्रसाद, वरमेश्वर, कांतिभूषण आदि का प्रतिनिधिमंडल डीएम व एसपी से मिला। किसानों ने बताया कि करीमद्दीनपुर निवासी व्यवसायी बंटी जायसवाल, आकाश जायसवाल, अभिषेक पिछले 16-17 साल से विश्वास जमाकर उनके अनाज का गल्ला खलिहान से ही खरीदते थे। अप्रैल में किसानों की उपज तैयार होने पर वह गेहूं, चना, मसूर आदि अनाज एक माह बाद दाम देने के वादे पर तौल कराया। किसानों ने विश्वास में अनाज दे दिया। पता चला कि वह अनाज लेने के बाद अपने भाइयों व परिवार के साथ फरार हो गया है।

उनके मोबाइल फोन स्विच आफ हैं। डीएम को बताया कि करीब 30 से अधिक बड़े किसानों का लगभग तीन हजार क्विंटल गेहूं, चना, मसूर आदि अनाज लेकर फरार हुए हैं जिनकी कीमत एक करोड़ से अधिक है। डीएम ने गैंगस्टर व मकान कुर्क कराने की प्रक्रिया शुरू कराने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में रमेश राय, विपिन बिहारी, सरोज, रामजी, मनोज कुमार, अमरनाथ, श्यामजी राय, श्रीनिवास राय आदि शामिल रहे। सात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शांत बैठी करीमुद्दीनपुर पुलिस

किसानों ने डीएम व एसपी को बताया कि 13 मई को व्यापारियों के भागने की जानकारी मिलने के बाद ही उन्होंने पुलिस से शिकायत की थी। करीमुद्दीनपुर थाने की पुलिस ने 21 मई को करीमुद्दीनपुर निवासी बंटी उर्फ ओमजी जायसवाल, अवकाश उर्फ आकाश, अभिषेक पुत्रगण भृगुनाथ जायसवाल, भृगुनाथ जायसवाल, राजीव उर्फ राजू निवासी कठवा मोड़ फरीदपुरचक, रिश्तेदार अवनीश्वर निवासी औंधी व आशीष उर्फ भोला निवासी चितबड़ागांव बलिया के खिलाफ मुकदमा सामान्य धारा में दर्ज किया है। इसके बाद पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास नहीं किए। किसानों का कहना था कि अगर पुलिस दबाव बनाए तो वह पकड़े जा सकते हैं। दोनों अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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