यातायात को आसान बनाने को बदलेगा कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पांच स्मार्ट सिटी की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान में बदलाव होगा। प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, आगरा और मेरठ के लिए पुनरीक्षित कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारियों को जारी आदेश में 15 दिसंबर तक कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान तैयार करने को कहा गया है। पुनरीक्षित कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान बनाने के लिए प्राइवेट एजेंसी की मदद ली जा सकती है। प्रयागराज शहर के लिए कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान 2012 में यातायात ढांचा ध्यान में रखकर तैयार किया गया था। 10 साल पहले बना प्लान अब औचित्यहीन हो चुका है।
शहरों में बढ़ती वाहनों की संख्या और दुर्घटनाओं को ध्यान में रखकर पुनरीक्षित कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान बनाने के लिए कहा गया है। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि 10 साल में शहर का यातायात काफी बदल चुका है। अब यातायात प्रबंधन में सुधार के लिए कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान में बदलाव करने की जरूरत है।
यह होगा फायदा
कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान से शहर में आवागमन सुचारु करने की रणनीति बनेगी। ताकि वाहन जाम में न फंसें। वहीं हादसे रोकने के लिए भी व्यवस्था की जा सकेगी।
सुरक्षित यातायात के लिए यह भी करना होगा
1-पब्लिक एड्रेस सिस्टम व होर्डिग के माध्यम से प्रचार-प्रसार।
2-व्यापारी, वेंडरों की मदद से अतिक्रमण हटाना।
2-यातायात के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करना।
3-होर्डिंग के स्थान पर डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाना।
4-टू लेन से अधिक चौड़ी सड़कों पर मार्किंग।
5-छुट्टा पशुओं को प्रमुख मार्गों पर जाने से रोकना।