गाजीपुर में जी का जंजाल बनी सीवर लाइन, लोगों को झेलना पड़ रहा जाम का झाम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर शहर को चमकाने और नालों की समस्या से निजात दिलाने के लिए डाली जा रही सीवरेज लाइन शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बन गई है। सड़कें शहर भर में खुदी पड़ी हैं और रास्तों पर जाम लगा रहा है। खुदाई की गई सड़कों पर दिनभर उड़ने वाली धूल लोगों को बीमार बना रही है। शहर वासियों की फिलहाल सबसे बड़ी परेशानी का सबब बनी सीवर लाइन के काम को लेकर अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं।
धूल उड़ने से लोग परेशान
शहर के सिंचाई विभाग चौराहे के इर्द-गिर्द की सड़कों की खुदाई के कारण आवागमन काफी प्रभावित चल रहा है। साथ ही इन क्षेत्रों में कई बड़े शॉपिंग मॉल, बैंक और व्यवसायिक प्रतिष्ठान होने के चलते व्यवसायियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई छोटी-मोटी दुकानें तो बंद करनी पड़ रही है। क्योंकि ग्राहकों की पहुंच में सीवर लाइन के लिए सड़क की खुदाई बाधक बन रही है।
आने जाने में हो रही दिक्कत
बिल्डिंग मटेरियल के व्यवसायी मुकेश उपाध्याय ने बताया कि खुदाई के कारण माल का दुकान तक पहुंचना मुश्किल हो चुका है। साथ ही ग्राहक भी सड़क खुदने के कारण नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिसके कारण कुछ दिनों के लिए हमें अपना डिलीवरी सेंटर दूसरी जगह स्थानांतरित करना पड़ रहा है। एक शॉपिंग कांप्लेक्स के संचालक ने बताया कि सड़कें खोद दिए जाने के कारण आजकल शॉपिंग मॉल में सन्नाटा देखने को मिल रहा है। जिसके कारण कारोबार बुरी तरह प्रभावित है।
सांस संबंधी हो रही बीमारी
स्थानीय राम चंद्र चौबे ने बताया कि सड़कों की खुदाई से निकली मिट्टी, धूल के रूप में उड़ रही है जो कि आसपास रहने वालों के लिए मुसीबत का कारण बनी हुई है। लोगों को स्वास संबंधित दिक्कतें देखने को मिल रही है। रेहड़ी लगाने वाले कृष्णा ने बताया कि पूरा व्यापार चौपट हो चुका है। सरकारी उदासीनता के चलते धीमी गति से चल रहे सीवर लाइन का कार्य हम जैसे रेहडी वालों के लिए काफी कष्टदायक है। दुकानदारी न के बराबर चल रही है।
मालूम हो कि पिछले कई सालों से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सीवर लाइन के लिए सड़कों पर खुदाई का काम चल रहा है। धीमी गति से चल रहे कार्य और सड़क खोदने के बाद मरम्मत के कार्य में लापरवाही शहर वासियों के लिए जहां विकराल समस्या बन चुकी है, वहीं पूरा शहर जाम के झाम को भी झेल रहा है। वही जिम्मेदार अफसर और कांट्रेक्टर उदासीन बने हुए हैं। ऐसे में आगामी बारिश को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ जाती है क्योंकि बारिश होते ही शहर की सड़कें कीचड़ और जलजमाव से परिपूर्ण हो जाएगी, जिनपर चलना दुष्कर होगा।