बीच गंगा में स्नान करने के बाद आरती में शामिल हुए अक्षय कुमार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. अपनी फिल्म पृथ्वीराज चौहान के प्रमोशन के लिए सोमवार को बनारस आए फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार बनारसी अंदाज में नजर आए। ध्यान-परिधान में आध्यात्मिकता तो जुबान पर हर-हर महादेव का उद्घोष रहा। बजड़े से गंगा में छलांग लगाने का उनका अंदाज बनारसियों को खूब भाया। उन्होंने गंगधार से ही श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को प्रणाम किया तो गंगा आरती में शामिल होकर जीवनदायिनी मां के प्रति कृतज्ञता जताई।
हालांकि गंगा आरती में शामिल होने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन से अनुमति नहीं मिली थी, इसलिए बजड़े पर ही सभी अनुष्ठान पूरे किए। इस दौरान हर-हर महादेव उद्घोष कर सभी का अभिवादन किया तो घाट पर जुटे लोगों ने भी हौसला बढ़ाया। शाम को राजघाट पर अक्षय कुमार की गाडिय़ों का काफिला रुका तो वहां पहले से ही हजारों की भीड़ खड़ी थी जो मोबाइल कैमरे में फिल्म स्टार को कैद करने के लिए बेताब थी। पुलिस सुरक्षा घेरे में अक्षय कुमार व उनकी टीम बजड़े पर गई जहां से दशाश्वमेध के लिए सभी रवाना हुई।
बजड़ा जैसे ही काशी विश्वनाथ धाम के सामने पहुंचा अक्षय कुमार ने गंगा में छलांग लगा दी। एक बारगी यह देख आमजन सन्न रह गए लेकिन जैसे ही फिल्म अभिनेता को तैरते देखा तो यह समझते देर न लगी कि असल जिंदगी में भी अक्षय कुमार हीरो हैं। अनूठे अंदाज में गंगा स्नान कर बजड़े पर आए अक्षय कुमार ने धाम के गंगा द्वार से श्रीकाशी विश्वनाथ को प्रणाम किया। बजड़े पर बैठे-बैठे हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ बाबा का पूजन-अर्चन किया। बजड़ा दशाश्वमेध घाट पहुंचा तो गंगा की आरती की झांकी देखी। कुछ पल मौन रह कर ध्यान किया और फिर राजघाट के लिए निकले। साथ में फिल्म अभिनेत्री मानुषी छिल्लर व निर्देशक डा. चंद्रप्रकाश द्विवेदी भी मौजूद थे।
बनारस की बात ही कुछ अलग
अक्षय कुमार राजघाट पर उतरे तो वहां पर मीडियाकर्मियों से बातचीत में बनारस की जमकर प्रशंसा की। कहा कि यहां की बात ही कुछ अलग है। बनारस में बदलाव की भव्यता देखते बन रही है। पहले भी बनारस आना हुआ। यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी की। निर्देशक डा. चंद्र प्रकाश द्विवेदी ने फिल्म पृथ्वीराज चौहान के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।
गंगा का जल लेकर अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर राय पिथौरा में लहराएंगे झंडा
अक्षय कुमार, मानुषी छिल्लर और डायरेक्टर सम्राट पृथ्वीराज चौहान के झंडे के साथ सोमनाथ मंदिर और वाराणसी का दौरा करेंगे और आशीर्वाद लेंगे। इसके बाद वे नई दिल्ली में राजा के किले राय पिथौरा में झंडा लगाने के लिए भी जाएंगे। डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ‘सम्राट पृथ्वीराज चौहान हमारे देश के अंतिम हिंदू सम्राट थे, जो भारत को लूटने वाले निर्दयी आक्रमणकारियों से भारतमाता की स्वतंत्रता और सम्मान की रक्षा के लिए खड़े हुए थे। हमने उनकी शानदार भावना को सलाम करने के लिए यह फिल्म बनाई है और अब हम सम्राट पृथ्वीराज के झंडे के साथ सोमनाथ मंदिर और वाराणसी की यात्रा कर रहे हैं ताकि हमारे देश के लिए स्वतंत्रता का प्रतिनिधित्व करने वाले झंडे के साथ आशीर्वाद लिया जा सके।’