भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन में योगी सरकार, सहायक नगर आयुक्त निलंबित; छह अफसरों को आरोपपत्र
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति के तहत नगर विकास विभाग के सात अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। सहायक नगर आयुक्त (तत्कालीन अधिशासी अधिकारी, संभल) प्रयागराज को निलंबित कर दिया गया है, वहीं छह अन्य निकायों के अधिशासी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही कर उन्हें आरोपपत्र दिया गया है। इन पर वित्तीय अनियमितता, विकास कार्यों में लापरवाही बरतने, मानक विरुद्ध निर्माण कार्य करवाने समेत अन्य गंभीर आरोप हैं।
अपर मुख्य सचिव नगर विकास डा. रजनीश दुबे ने बताया कि प्रयागराज के सहायक नगर आयुक्त राजकुमार गुप्ता (तत्कालीन अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, संभल) को निलंबित करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई की जा रही है।
संभल में रहने के दौरान गुप्ता पर वाहनों के क्रय, पंजीयन में अनियमित भुगतान का आरोप है। इसी तरह अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद टांडा राम पूजन श्रीवास्तव (तत्कालीन अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत, उन्नाव) के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। उन पर आरोप है कि उन्नाव में कार्यरत रहने के दौरान स्वच्छ भारत मिशन में अनुबंधित फर्म की ओर से अनियमितता की गई।
इसी तरह अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद जलाली, अलीगढ़ राजकुमार पर अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत, बहुआ, फतेहपुर रहने के दौरा बरातघर के नवीनीकरण में अनियमितता का आरोप है। अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत, कदौरा जिला जालौन सुनील कुमार सिंह पर कान्हा गोशाला प्रबंधन में लापरवाही बरतने का आरोप है।
अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत धौर, टांडा, जिला बरेली देवेंद्र प्रताप गौतम पर निर्माण कार्यों में खराब गुणवत्ता की शिकायत है। ऐसे ही अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद गोहाणउ जिला हमीरपुर दीपालिका यादव पर आरोप है कि अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत बिधूना (औरैया) कार्यकाल के दौरान ठेकेदारों से भुगतान धनराशि से 35 प्रतिशत कम का कार्य कराया है।
अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद कदौरा, जालौन सुनील कुमार सिंह पर आरोप है कि अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत, बिधूना (औरैया) के कार्यकाल के दौरान ठेकेदारों से भुगतान धनराशि से 35 प्रतिशत कम धनराशि का कार्य कराया गया। इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है।