योग में जीवन के सारे संयोग हैं: बाबा रामदेव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि योग में भजन है। सत्संग है। अध्यात्म है। जीवनधारा है। सामाजिक ताना-बाना है। योग में जीवन के सारे संयोग हैं। जो नियमित योग करता है वह जीवन के हर क्षेत्र में हमेशा शिखर पर रहता है।
बाबा रामदेव पिंडरा क्षेत्र के बरजी नयेपुर स्थित बनारस पब्लिक स्कूल में रविवार सुबह आयोजित एक दिवसीय योग शिविर में साधकों को निरोग रहने का मंत्र दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जीवन एक शास्त्र है। संगीत है। योग (जोड़ना) है। जीवन में अगर योग नहीं होगा तो प्रगति असम्भव है। उन्होंने कहा कि योग कोई साधारण चीज नहीं हैं। इसका नियमित अभ्यास आपको साधारण मानव से महामानव बना सकता है। अगर आप रोज योग करेंगे तो दवाइयों की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
योगगुरु ने कहा कि योग मूलक उद्योग और समता मूलक संस्कृति होनी चाहिए तभी चतुर्दिक विकास के द्वार खुलेंगे। इस दौरान बाबा रामदेव ने साधकों को कपालभाति, भ्रस्त्रिका, उज्जई, भ्रामरी आदि प्राणायाम व पद्मासन समेत कई आसन का अभ्यास कराया। उन्होंने साधारण से लेकर गम्भीर बीमारियों को दूर करने में योग और आयुर्वेद की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
अखंड-प्रचंड पुरुषार्थ करना पड़ता है...
योगाभ्यास के दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि लक्ष्य हासिल करने के लिए अखंड-प्रचंड पुरुषार्थ करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि आज बरजी आने का मौका मिला है। बरजी यानी श्रेष्ठ तो यहां के लोग भी ऐसे ही होंगे। उन्होंने कहा कि आज गांवों के लोग बदलते आयामों से कदमताल कर रहे हैं। बोले, 90 फीसदी इतिहास गांव के लोगों ने ही बनाया है।
अखंड है बनारस का रस
योगगुरु ने आह्वान किया कुछ ऐसा करके दिखाएं कि काशी का नाम और ऊंचाई पर जाए। बनारस का मतलब रस बना रहना चाहिए। यह रस अखंड रस है जो कभी खंडित नहीं होता। बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किए विकास कार्यों की भी सराहना की।