मरने आई वृद्ध महिला के ऊपर से पूरी ट्रेन गुजरी, ट्रेन जाने के बाद खुद को जिंदा देखकर चौंकी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. परिवार वालों से आजिज एक बुजुर्ग महिला रविवार को आत्महत्या के इरादे से रेलवे ट्रैक पर आकर लेट गई और पूरी ट्रेन ऊपर से गुजरने के बाद वह महिला भी खुद के जीवित बचने से हैरान नजर आई। शायद इसे ही विधि का विधान कहा गया है। महिला जिस नीयत से आई वह पूरी नहीं हो सकी। वहीं यह पूरा घटनाक्रम देख रहे लोगों ने बाद में बुजुर्ग महिला को उठाकर सुरक्षित देखने के बाद पुलिस को सौंप दिया।
'जाको राखे साईयां मार न सके कोय' यह मुहावरा रविवार को सारनाथ में चरितार्थ होता देखा गया। क्षेत्र के आशापुर रेलवे क्रासिंग के समीप रविवार को पारिवारिक कलह से परेशान ट्रेन से कटने आई 80 वर्षीय वृद्ध महिला के ऊपर से पूरी ट्रेन गुजर गई। ट्रेन जाने के बाद क्षेत्रीय लोग मौके पर पहुंचे तो महिला को सुरक्षित देख उसे पुलिस चौकी पर लाये।
खुरज टांडा (कैथी) 80 वर्षीय इंद्रावती देवी पारिवारिक कलह को लेकर रविवार की सुबह पूजा करने जाते वक्त मां को बड़े पुत्र पप्पू ने अपनी पत्नी के कहने पर मां का गला दबा कर अपशब्दों का प्रयोग किया था। इस बात पर नाराज होकर ऑटो से आशापुर पहुंच कर रेलवे क्रासिंग के समीप गयी तभी सारनाथ से वाराणसी सिटी की तरफ जाती ट्रेन देख कर वृद्ध महिला ने आत्महत्या की नीयत से दोनों पटरी के बीच लेट गयी।
पूरी ट्रेन गुजर जाने के बाद क्षेत्र के धर्मेंद्र, संतोष,गणेश अन्य लोग दौड़ कर पहुच कर महिला को उठाये तो महिला जिंदा थी। लोगों ने उसे आशापुर चौकी पर बैठाया। महिला ने बताया कि मेरे पति जय नारायण पांडेय की दो दशक पूर्व मौत हो गयी। दो पुत्र एक पुत्र डिम्पू मुंबई में ऑटो चलाता है। पप्पू बनारस में ओला में कार चालक है। एक पुत्री है जिसकी शादी हो चुकी है। वही आशापुर चौकी प्रभारी अखिलेश वर्मा ने बताया कि वृद्ध महिला चौकी पर है। इनके परिजनों को बुलाया गया है, आने पर उन्हें सौंप दिया जाएगा.